रोहित कश्यप,मुंगेली- कबड्डी जैसे खेल की कम होती लोकप्रियता को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से होल्हाबाग नवयुवा समिति और सिद्धिविनायक समिति के द्वारा मुंगेली जिले के ग्राम बांकी में बांकी नाइट्स कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. तीन दिनों तक चली इस प्रतियोगिता का समापन बिलासपुर सांसद अरुण साव ने किया. इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शत्रुघन सोनू चंद्राकर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजीत बेनर्जी, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष शिवप्रताप सिंह, जिला पंचायत सदस्य रजनी मानिक सोनवानी, ग्राम सरपंच रणजीत सिंह, शहर भाजपा अध्यक्ष राणा सिंह, महामंत्री रामशरण यादव, मानिक सोनवानी, मुकेश रोहरा, रमेश यादव की मौजूदगी ने माहौल में चार चांद लगा दिया.
आयोजकों ने बताया कि तीन दिन तक चले कबड्डी प्रतियोगिता में 36 टीमों ने हिस्सा लिया, जिसमें खपरी की टीम ने सिलतरा को हराकर प्रथम स्थान हासिल किया. जबकि जरहागांव की टीम ने खाम्ही को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि अरुण साव ने बांकी के युवाओं को इस शानदार आयोजन के लिये बधाई देते हुवे कहा कि कोरोना काल में भी खिलाड़ियों का उत्साह कम नही हुवा है, खिलाड़ी स्पर्द्धा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिए है जो सराहनीय है.साव ने कहा कि आज के समय में पढ़ाई के साथ साथ खेलों में भी कैरियर बनाने का अच्छा अवसर रहता है. उन्होंने क्रिकेट, कबड्डी सहित कई खेलों के खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुवे प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया. साथ ही जीते हुवे खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी और हारी हुई टीम को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.
समापन समारोह की अध्यक्षता कर रहे सोनू चंद्राकर ने कबड्डी को शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृण करने वाला खेल बताया. साथ ही आयोजन की तारीफ करते हुवे कबड्डी जैसे पारम्परिक खेलों की ओर लौटने की बात कही. होल्हाबाग नवयुवा समिति के संस्थापक रामपाल सिंह ने आयोजन का उद्देश्य बताते हुवे कहा कि भारत प्राचीन काल से विभिन्न शारिरिक और मानसिक खेलों का गढ़ रहा है, पर जब से क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी है इन खेलों के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा हो चुका है. हमारे देश के पारंपरिक खेलों में से एक कबड्डी के विरासत को आगे बढ़ाने की एक छोटी सी कोशिश हमारे द्वारा किया जा रहा है.
इस आयोजन को सफल बनाने में मैच रेफरी संतोष साहू और संजय यादव का विशेष योगदान रहा. साथ ही होल्हाबाग नवयुवा समिति के संस्थापक रामपाल सिंह, भोला पूरी गोस्वामी, खेलावन यादव, नागेश साहू, पिंटू पूरी, पवन निर्मलकर, दिलीप पूरी, पप्पू पूरी, योगेंद्र साहू, मुकेश श्रीवास, योगेंद्र पूरी सिद्धिविनायक समिति के जिवेश पूरी, रिंकू यादव, भरत यादव, सुमित पूरी, श्यामसुंदर यादव, संजय यादव, रंजीत पूरी, संदीप यादव, अमित गिरी, सोम यादव, लोकेश श्रीवास, रमाकांत निषाद, गणेश यादव, सुभाष पूरी, कलेश्वर पूरी, तिलेश्वर निर्मलकर नवीन गिरी सहित सभी सदस्यों और ग्रामवासियों का योगदान रहा.