हेमंत शर्मा, इंदौर। क्राइम ब्रांच ने एक अंतरराज्यीय ऑनलाइन ठगी गिरोह के दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी स्वयं को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे मामलों में फंसाने का डर दिखाकर उनसे ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते थे। इस गिरोह के सदस्य रोजाना सैकड़ों लोगों को कॉल कर स्वयं को पुलिस अधिकारी बताते थे। ये लोग मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में फंसाने की धमकी देकर लोगों से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते थे। आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि उन्होंने देशभर में सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये की ठगी की है।

स्वयं को बताया TRAI का अधिकारी

आरोपियों ने साजिश रची थी जिसमें वे स्वयं को TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और मुंबई पुलिस के अधिकारी बताकर लोगों को डराते थे। उन्होंने SBI बैंक की एक महिला अधिकारी से भी 17 लाख रुपये ठगे। आरोपी लोगों को वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट दिखाकर उनसे पैसे ट्रांसफर करवाते थे। क्राइम ब्रांच इंदौर ने राजस्थान पुलिस के सहयोग से आरोपी मुस्तफा बोहरा और अरशद को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों ने ठगी की वारदात में शामिल होने की बात कबूल की है। उनके खातों से 9 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं।

नाम विनय खन्ना बताया और कॉल काट दिया

जयपुर राजस्थान में SBI बैंक की महिला अधिकारी फरियादी के साथ भी उक्त तरीके से ऑनलाइन ठगी की वारदात हुई है जिसमें अनजान ठग गैंग के द्वारा महिला फरियादी को कॉल कर कहा कि हम TRAI (TELECOM REGULATORY AUTHORITY OF INDIA) के अधिकारी बात कर रहे और आपके आधार कार्ड से मुंबई से जो सिमकार्ड इश्यू हुआ है, उस नंबर से illegal Activity हो रही है। फरियादी द्वारा कहा गया कि मेरा कोई दूसरा नंबर नहीं है और न ही मुंबई से कोई सिमकार्ड लिया है। गैंग द्वारा मुंबई पुलिस से कनेक्ट करने को कहा और मुंबई कोलवा अधिकारी के नाम से अन्य व्यक्ति से बात करवाई जिसने अपना नाम विनय खन्ना बताया और कॉल काट दिया।

4 से 5 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा

उसके बाद Skype इंस्टाल करके वीडियो काल करने के लिए कहा गया। उसके बाद अलग–अलग डिपार्टमेंट के अधिकारी बताकर 4 से 5 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा। उसके बाद कहा कि आपका आधार नंबर की जांच संबंधित डिपार्टमेंट से करवा रहे है और उसके बाद ठग गैंग के द्वारा कहा कि नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आप मुख्य सस्पेक्ट हो और डराया कि आपके 20 लाख रुपए को Secreat Servillience Account जहां RBI आपके ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करेगी और आपको आपके बैंक खाते में रिफंड कर देगा। महिला फरियादी द्वारा पूछा कि पैसे क्यों ट्रांसफर करू तो ठग गैंग के द्वारा कहा की कोर्ट का समन है अन्यथा आपको आपके घर से अरेस्ट किया जाएगा।

साइबर क्राइम जयपुर (राजस्थान) में अपराध दर्ज

ठग गैंग की बातों में आकर महिला फरियादी ने 17 लाख रुपए ऑनलाइन NEFT ट्रांजेक्शन के माध्यम से ठग गैंग के बताए अनुसार दिए। उसके बाद भी ठग गैंग के द्वारा 3 लाख रुपए की और मांग की गई जो महिला फरियादी ने नहीं दिए। उसके कुछ घंटों तक फरियादी ने पैसे रिफंड आने का इंतजार किया। पर ठग गैंग के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड की वारदात को अंजाम दिया जा चुका था। महिला फरियादी की ओर से साइबर क्राइम जयपुर (राजस्थान) में अपराध धारा 419, 420, 406, 384 भादवि एवं 66 सी, 66 डी IT एक्ट का मामला दर्ज किया है।

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