प्रयागराज. यूपी में सीएम योगी के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे के बाद भाजपा और सपा के बीच पोस्टर वार का दौर चल पड़ा था. पोस्टबाजी से सियासी गलियारों में गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिला था. अब महाकुंभ से पहले धार्मिक नारे भी सामने आने लगे हैं. जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है. महाकुंभ 2025 से पहले वक्फ बोर्ड का कड़ा विरोध किया जा रहा है. इन पोस्टर्स में वक्फ बोर्ड को लेकर नारे लिखे गए हैं.

वक्फ बोर्ड के विरोध में जगह-जगह ये बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं. बताया जा रहा है कि जगतगुरू रामानंदाचार्य नरेन्द्राचार्य ने ये पोस्टर लगवाए हैं. उनका कहना है कि वक्फ बोर्ड के नाम पर संपत्ति की लूट है. धर्मनिरपेक्ष देश में यह कैसी छूट है? मेला क्षेत्र के तमाम प्रमुख मार्गों पर ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. महाकुंभ के जरिए तमाम जगद्गुरु, साधु संत, संदेश देकर समूचे हिंदुओं से एक होने की अपील कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : ‘डरेंगे तो मरेंगे’…महाकुंभ क्षेत्र में कई जगह लगाया गया पोस्टर, जानिए पोस्टरबाजी के पीछे किसका है हाथ…

पहले भी लग चुके हैं पोस्टर्स

बता दें कि बीते 25 दिसंबर को भी ऐसा ही एक पोस्टर और सामने आया था. इस पोस्टर में भी नरेन्द्राचार्य जी थे. लेकिन इस पोस्टर में योगी के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ के तर्ज पर ‘डरेंगे तो मरेंगे’ लिखा हुआ था. जगद्गुरु नरेंद्राचार्य की तरफ से लगवाए गए इस पोस्टर को लेकर सियासी हल्कों में सुगबुगाहट देखने को मिल रही है. ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इस पोस्टर को लेकर राजनीति बयानबाजी देखने को मिल सकती है. हालांकि, अभी तक किसी भी नेता का इस पोस्टर को लेकर बयान सामने नहीं आया है.