हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है और आज है वही खास दिन. आज मां सरस्वती की पूजा विशेष रूप से की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन मां सरस्वती प्राकट्य हुईं थी. इसलिए यह दिन बेहद खास माना जाता है. अब ऐसे में अगर आज के दिन आप सरस्वती यंत्र की स्थापना करने की सोच रहें हैं, तो यह दिन बेहद शुभ है. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि शिक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए सरस्वती यंत्र की स्थापना करना उत्तम माना जाता है. कहते हैं कि इसकी साधना करने से मां सरस्वती की विशेष कृपा होती है. आज हम आपको बताएंगे कि Saraswati Yantra क्या है और इसे किस दिशा में स्थापित करना शुभ होता है.
इस दिशा में स्थापित करें सरस्वती यंत्र
अगर आप श्रीयंत्र की स्थापना कर रहे हैं, तो इसे घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए और यंत्र की नोक को पूर्व दिशा की तरफ ही रखना चाहिए. इससे ग्रह दोष के साथ-साथ कार्यक्षेत्र और कारोबार में भी सफलता मिल सकती है. इसलिए इसे घर की इस दिशा में ही स्थापित करना शुभ होता है. साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार हो सकता है. Read More – Ekta Kapoor ने Ankita Lokhande को दिया बड़ा ऑफर! Bigg Boss के बाद इस सीरियल में आ सकती हैं नजर …
इस विधि से करें सरस्वती यंत्र की स्थापना
बसंत पंचमी के दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठें और मां सरस्वती का ध्यान करें. स्नान-ध्यान करने के बाद इस यंत्र के सामने दीप-धूप प्रज्जवलित करें. पश्चात श्री Saraswati Yantra को गंगाजल और कच्चे दूध से अभिषेक करें. इसके बाद 11 या 21 बार श्री गायत्री मंत्र ‘ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्। ‘ मंत्र का जाप करना चाहिए. उसके बाद इस यंत्र को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें. आपको रोजाना स्नान के बाद नियमित रूप से यंत्र को धोकर पूजा करना है, ताकि इसका प्रभाव कम न हो.
सरस्वती यंत्र के लाभ क्या है
- संगीत और विद्या की देवी मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सरस्वती यंत्र की स्थापना करें.
- इस यंत्र को स्थापित करने से बौद्धिक और रचनात्मक विकास हो सकता है.
- अगर आपके जीवन में किसी भी तरह की परेशानियां आ रही हैं, तो सरस्वती यंत्र की स्थापना करनी चाहिए. Read More – ‘मरने के बाद’ जिंदा हुई Poonam Pandey, Video आया सामने …
क्या है सरस्वती यंत्र
सरस्वती यंत्र का प्रयोग बौद्धिक शक्ति, एकाग्रता और ज्ञान की प्राप्ति करने के लिए होता है. ऐसा कहते हैं कि देवी सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए इस यंत्र की उपासना करनी चाहिए. अगर आपका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है. आपका याददाश्त कमजोर है. साथ ही एकाग्रता की कमी है, तो इस यंत्र को धारण करने की सलाह दी जाती है. इस यंत्र के प्रभाव से परीक्षा में अच्छे अंक की प्राप्ति हो सकती है. इतना ही Saraswati Yantra को घर में स्थापित करने से कार्यक्षेत्र और कारोबार में भी सफलता मिल सकती है.
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