जगदलपुर | बस्तर अंचल में आज सुबह कई अहम घटनाओं और तेज होती आवाज़ों के साथ दिन की शुरुआत हुई है. किसानों ने इंद्रावती नदी और अपने अधिकारों की लड़ाई को बड़ा जनआंदोलन बना दिया है. कहीं सड़क के अभाव में ग्रामीण फिर से आंदोलन के मुहाने पर खड़े हैं, तो वहीं सरेंडर की चर्चाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी बढ़ा दी है. दूसरी ओर ई-केवाईसी, जल जीवन मिशन और पंचायत स्तर की गड़बड़ियों पर प्रशासनिक सख्ती दिखाई दे रही है. धार्मिक आयोजन, बदलता मौसम और बड़े कार्यक्रमों की तैयारियों के बीच पूरा बस्तर क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में है.


इंद्रावती बचाओ और किसान अधिकार आंदोलन तेज
जगदलपुर | जगदलपुर में इंद्रावती नदी और किसान अधिकारों को लेकर बड़ा आंदोलन देखने को मिला. इंद्रावती नदी बचाओ संघर्ष समिति और किसान यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने रैली निकाली और कलेक्ट्रेट का घेराव किया. किसानों ने 12 सूत्रीय मांगों के समर्थन में नारे लगाए और कहा कि यह आंदोलन सिर्फ खेती नहीं, बल्कि नदी के अस्तित्व की लड़ाई है. प्रदर्शन में महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए. किसानों ने अवैध खनन पर रोक, नदी संरक्षण कानून और ब्याज-मुक्त लोन व्यवस्था की मांग रखी. वृद्ध किसानों को पेंशन देने की मांग भी जोरदार तरीके से उठाई गई. कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया, मगर किसान लिखित निर्णय पर अड़े रहे. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर मांगों पर फैसला नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा.
सड़क के अभाव को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश
दंतेवाड़ा | कटेकल्याण ब्लॉक के सुरनार गांव में सड़क सुविधा के अभाव से ग्रामीण परेशान हैं. गांव के ओमेलपारा और अन्य टोला मुख्य सड़क से 7-8 किलोमीटर दूर हैं और मार्ग कच्चा होने के कारण मरीजों को कांवड़ के सहारे अस्पताल ले जाना पड़ता है. ग्रामीणों ने कई बार कलेक्टर सहित शिविरों में आवेदन दिया, लेकिन सड़क निर्माण अब तक नहीं हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने मांगों पर कोई सुनवाई नहीं की. अब ग्रामीण फिर से आंदोलन की तैयारी में हैं, और जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं.
हिड़मा के बाद सरेंडर की चर्चाएं तेज, बारसे देवा पर नजर
दंतेवाड़ा-सुकमा-बीजापुर बेल्ट | हिड़मा की मौत के बाद नक्सल मोर्चे पर बड़ा बदलाव दिख रहा है. पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इस बीच नक्सल मिलेट्री बटालियन के बड़े कमांडर बारसे देवा के आत्मसमर्पण की चर्चाएं तेज हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस भी इस संभावना पर नजर बनाए हुए है. वर्तमान में क्षेत्र में गणपति, पापाराव, केशा और मोहन कड़ती जैसे कुछ ही बड़े नक्सली सक्रिय बचे हैं. सूत्रों का कहना है कि यदि ये भी आत्मसमर्पण कर देते हैं, तो दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा पूरी तरह नक्सल प्रभाव से मुक्त हो सकते हैं. अफवाहों के बीच पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी कर जानकारी स्पष्ट की है.
ई-केवाईसी की अंतिम तिथि तय, अधिकारियों पर सख्ती
बस्तर जिला | बस्तर जिले में राशनकार्ड धारकों की ई-केवाईसी प्रक्रिया तेज की गई है. अब तक 8.23 लाख हितग्राहियों में से 6.72 लाख की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बाकी बचे 1.51 लाख सत्यापनों को 8 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ है. प्रतिदिन 13,782 ई-केवाईसी का लक्ष्य रखा गया है. बकावंड और बस्तर विकासखंड में लक्ष्य सबसे अधिक है. कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को उचित मूल्य दुकानों में मॉनिटरिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं और चेतावनी दी है कि समय पर प्रक्रिया पूरी न होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी. मृत या अलग हुए सदस्यों के नाम हटाने और नए सदस्यों का ई-केवाईसी अनिवार्य किया गया है.
जल जीवन मिशन में लापरवाही, 37 ठेके रद्द
कोंडागांव | जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की समीक्षा में जल जीवन मिशन के तहत लापरवाही सामने आई. विभाग ने 19 ठेकेदारों के 37 कार्य रद्द कर दिए हैं. इन कार्यों की कुल अनुमानित लागत 31.17 करोड़ रुपये है. आरोप है कि कई ठेकेदारों ने कार्य शुरू नहीं किया, जबकि कई स्थानों पर टंकी, पाइपलाइन और बोरवेल निर्माण अधूरा मिला. विभाग अब नई निविदा प्रक्रिया शुरू कर रहा है. ठेकेदारों की लगभग 23 लाख रुपए की जमा राशि भी जब्त की जाएगी और इन्हें आगामी निविदाओं से ब्लैकलिस्ट किया जाएगा.
मॉडल शौचालय निर्माण पर विवाद, सरपंच पर FIR दर्ज
जगदलपुर | चित्रकोट पंचायत में मॉडल शौचालय निर्माण को लेकर विवाद बढ़ गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बिना ग्रामसभा अनुमति के मड़ई स्थल पर निर्माण शुरू किया गया, जिस पर पूरे गांव ने विरोध जताया. विरोध के बाद अधिकारियों ने सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी. ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण का विरोध नहीं, बल्कि गलत जगह निर्माण पर आपत्ति है क्योंकि यह स्थल पारंपरिक मेला स्थल है. ग्रामीणों ने दावा किया कि सरपंच को हटाने और दबाव डालने की धमकी दी गई. अब ग्रामीण जनपद पंचायत घेराव की तैयारी में हैं और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
पहली बार शिव महापुराण कथा, डेढ़ लाख लोगों के जुटने की उम्मीद
दंतेवाड़ा | गीदम में पहली बार भव्य शिव महापुराण कथा का आयोजन होने जा रहा है. प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पहली बार बस्तर आएंगे. आयोजन स्थल पर 25 एकड़ क्षेत्र में विशाल डोम, पार्किंग और कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. कार्यक्रम 6 से 13 दिसंबर तक चलेगा. आयोजन में मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. लाखों भक्तों के पहुंचने की उम्मीद के साथ प्रशासन और आयोजन समिति तैयारियों में जुटी है.
चक्रवाती तूफान के बाद ठंड की दस्तक
केशकाल-विश्रामपुरी क्षेत्र | प्रदेश में चक्रवाती तूफान “दितवाह” का असर केशकाल और आसपास के ग्रामीण इलाकों में दिखाई दिया. तीन दिनों से कोहरा और ठंडी हवाएं महसूस की जा रही हैं. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दिसंबर का पहला सप्ताह इस सीजन की पहली बड़ी ठंड लेकर आएगा. प्रशासन ठंड से राहत उपायों की तैयारी में जुटा है और स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं.
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