रायपुर। बस्तर दशहरा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में शनिवार को मुलाकात कर आयोजन में शामिल होने का औपचारिक न्योता दिया. मुख्यमंत्री ने बस्तर दशहरा में आमंत्रित किये जाने पर प्रतिनिधिमंडल का आभार जताया.

उद्योग मंत्री कवासी लखमा और बस्तर सांसद दीपक बैज के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री बघेल को बताया कि इस वर्ष 105 दिन चलने वाला यह पर्व हरेली अमावस्या से प्रारम्भ हो कर अश्विन शुक्ल पक्ष के 13वें दिन तक मनाया जाएगा, जिसके तहत अनेक पारम्परिक पूजा विधान कार्यक्रम होंगे. इस वर्ष बेल नेवता कार्यक्रम 22 अक्टूबर को तथा रथ परिक्रमा पूजा विधान 26 अक्टूबर को सम्पन्न होगा. मैसूर (कर्नाटक) एवं किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) के अलावा छत्तीसगढ़ का बस्तर दशहरा स्वयं में अनूठा है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं सामाजिक समरसता का प्रतीक है. इस अवसर पर बलराम मांझी, प्रेमलाल मांझी, पद्मराम चालकी, सतीश मिश्रा और भारतिक मौर्या उपस्थित थे.