Bastar News Update: जगदलपुर। बस्तर के कोरली और पुषपाल गांवों को सिर्फ 500 मीटर चौड़ी इंद्रावती नदी अलग करती है. दोनों गांवों के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता है, लेकिन नदी पार करने के लिए अब तक पुल नहीं बन पाया. गर्मी में जैसे-तैसे डोंगी से लोग नदी पार कर लेते हैं, लेकिन बारिश और सर्दियों में यह सफर जानलेवा हो जाता है.
डोंगी चलाने वाले पुषपाल के जुगधर बताते हैं कि यह काम पहले उनके पिता करते थे, अब वे खुद कर रहे हैं. दो डोंगियों से रोजाना सैकड़ों लोग पार होते हैं, 50 से 100 रुपये किराया लगता है. अगर पुल बन जाए तो 50 किलोमीटर घूमने की मजबूरी और जान जोखिम दोनों से राहत मिल सकती है.


गांव की महिलाएं बताती हैं कि सड़क तो बन गई है, लेकिन बिजली हफ्तों गुल रहती है और नल कनेक्शन होते हुए भी पानी नहीं आता. बारिश में नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीण सालों से मांग कर रहे हैं बस अब उम्मीद यही है कि सरकार और प्रशासन जागे और इंद्रावती पर पुल बने, ताकि जिंदगी की राह आसान हो सके.
फर्जी नौकरी का झांसा… बस्तर के 300 युवाओं से 20 लाख की ठगी
जगदलपुर। बस्तर के 300 से ज्यादा युवाओं को 60 हजार की सैलरी पर नौकरी का झांसा देकर करीब 20 लाख रुपये की ठगी की गई. ‘बेबी फूड साई ट्रस्ट ओडिशा प्रोजेक्ट’ के नाम पर यह पूरा फर्जीवाड़ा रचा गया.
ठगी का मास्टरमाइंड सोनसिंह मौर्य बताया जा रहा है, जिसने राजनीतिक रसूख और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ अपनी तस्वीर दिखाकर भरोसा जमाया. सातों ब्लॉक के युवाओं से 20 से 30 हजार रुपये तक की वसूली गूगल पे, फोन पे और बैंक खातों से की गई.
पीड़ितों का आरोप है कि तीन साल तक आरोपी उन्हें जॉइनिंग का झांसा देता रहा, लेकिन न कॉल आया न नौकरी. पैसे मांगने पर धमकी तक दी गई. अब युवाओं ने सामूहिक रूप से कोतवाली में FIR दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक, यह पूर्व नियोजित ठगी का मामला है और साइबर सेल इसकी जांच कर रही है.
घूस लेने वाली महिला पटवारी निलंबित
जगदलपुर। पट्टा बनाने के नाम पर घूस लेने की शिकायत सही पाए जाने पर लोहंडीगुड़ा एसडीएम ने महिला पटवारी को निलंबित कर दिया है.
महिला पटवारी दीपशिखा ठाकुर के खिलाफ कस्तूरपाल गांव के ग्रामीणों से पैसे लेने की शिकायत की गई थी. जांच में शिकायत सही पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. इसके पहले पटवारी द्वारा पैसे लेने की शिकायत मिलने के बाद लोहंडीगुड़ा तहसीलदार ने ग्रामीणों को पैसे लौटाए थे, जिसका वीडियो वायरल हुआ था.
शासकीय जमीन पर भाजपा नेता का कब्जा, प्रशासन ने ढहाया निर्माण
जगदलपुर। जगदलपुर के आड़ावाल इलाके में शासकीय जमीन पर अवैध कब्जे को जिला प्रशासन ने हटवा दिया है. बताया जा रहा है कि यहां एक भाजपा नेता ने करीब 10 डिसमिल जमीन पर कब्जा कर कंस्ट्रक्शन कर लिया था.
शिकायत मिलने पर विभागीय जांच हुई और कब्जे की पुष्टि के बाद प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची. अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माण को जेसीबी से हटाया गया. प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह नियम के तहत हुई है, और सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
नीलेश कश्यप के अंतिम संस्कार में शामिल हुए कांग्रेस-भाजपा के नेता
जगदलपुर। बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप के बेटे और वन मंत्री केदार कश्यप के भतीजे नीलेश कश्यप की सड़क हादसे में मौत के बाद पार्थिव शरीर फरसागुड़ा स्थित निवास पहुंचा, तो इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. अंतिम दर्शन के लिए क्षेत्र के हजारों लोग पहुंचे. शाम 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया.
इस दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के वरिष्ठ नेता व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव और कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. इससे पहले रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विस अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह समेत कई नेताओं ने भी कश्यप निवास पहुंचकर श्रद्धांजलि दी.
पाट जात्रा से होगी बस्तर दशहरे की भव्य शुरुआत
जगदलपुर। बस्तर की आस्था और परंपरा का पर्व बस्तर दशहरा गुरुवार को हरेली अमावस्या पर पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हो रहा है. मां दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण में पारंपरिक मांझी-चालकी, पुजारी, नाईक-पाईक और सेवादार ठुरलू खोटला रस्म अदा करेंगे. इसी के साथ 75 दिवसीय ऐतिहासिक पर्व की विधिवत शुरुआत होगी. बस्तर दशहरा समिति ने ग्रामीणों और गणमान्य नागरिकों से पाट जात्रा में शामिल होने का आग्रह किया है.
इस वर्ष प्रमुख रस्मों में 5 सितम्बर को डेरी गड़ाई, 21 को काछनगादी, 22 को कलश स्थापना, और 23 को जोगी बिठाई प्रमुख हैं. 24 सितम्बर से नवरात्रि रथ परिक्रमा की शुरुआत होगी. 30 सितम्बर को महाअष्टमी और निशा जात्रा, 2 व 3 अक्टूबर को भीतर और बाहर रैनी पूजा होगी. 4 अक्टूबर को मुरिया दरबार और 7 अक्टूबर को मावली माता की डोली विदाई के साथ यह पर्व संपन्न होगा.
अमुस तिहार: आदिवासी समाज की प्रकृति पूजा और स्वास्थ्य चेतना का वैज्ञानिक पर्व
जगदलपुर। बस्तर अंचल न सिर्फ अपनी सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां के त्योहारों में भी प्रकृति और वैज्ञानिक सोच की झलक मिलती है. ऐसा ही एक पर्व है अमुस तिहार. मुरिया, माड़िया, गोंड, हल्बा और धुरवा जैसे समुदायों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व बारिश के मौसम में खेतों की सुरक्षा, अच्छी फसल की कामना और स्वास्थ्य संरक्षण के लिए मनाया जाता है.
ग्राम पंचायत बड़े चकवा के उपसरपंच पूरन सिंह कश्यप बताते हैं कि अमुस तिहार हमारे पूर्वजों की कृषि ज्ञान और पर्यावरणीय समझ का प्रतीक है. बारिश में कई पौधे और वनस्पतियाँ इंसानों और मवेशियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं. ऐसे में इस पर्व के जरिए सामाजिक चेतना फैलाई जाती है.
गांव की गुड़ी में कुल देवी-देवताओं को सिंदूर, फूल, रंग, और औषधियों के साथ पूजा जाता है. जल, जंगल, जमीन, पहाड़ और नदियों की सामूहिक आराधना अमुस तिहार की आत्मा मानी जाती है. इस पर्व के साथ शुरू होती है गोड़दी बाछ की परंपरा, जहां बच्चे झूले (गोड़दी) पर झूलते हैं. यह परंपरा पूरे एक माह तक चलती है और नुआ खानी के दिन समापन होता है.
हस्तशिल्प बोर्ड के आउटसोर्सिंग कर्मचारी धरने पर
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड में वर्षों से सेवाएं दे रहे आउटसोर्सिंग और प्लेसमेंट कर्मचारी अब वेतन विसंगति को लेकर आंदोलन पर उतर आए हैं. बुधवार को कर्मचारियों ने चांदनी चौक मुख्यालय में प्लेसमेंट आउटसोर्सिंग संघ के बैनर तले धरना प्रदर्शन शुरू किया.
संघ का कहना है कि पिछले 8 से 18 वर्षों से वे बोर्ड में काम कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ श्रम आयुक्त द्वारा तय न्यूनतम वेतन यानी औसतन 10,000 रुपए प्रतिमाह ही मिल रहा है. धरने में शामिल महादेव मंडल, उमेश ठाकुर, सुरेश यादव और दिनेश नाग ने बताया कि ठेकेदार तो कई बार बदले, लेकिन वे लगातार उसी बोर्ड में काम कर रहे हैं. मांग है कि अब उन्हें संविदा दर पर वेतन दिया जाए, ताकि उनका अनुभव और मेहनत का सम्मान हो. प्रशासन से जल्द समाधान नहीं निकला, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा ऐसा संघ का कहना है.
बकावंड छात्रावास में अव्यवस्थाओं का अड्डा
जगदलपुर। बस्तर जिले के बकावंड स्थित पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में बदइंतजामी का मामला सामने आया है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अधीक्षक पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
छात्रों का आरोप है कि छात्रावास में भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब है, शौचालयों की सफाई पिछले एक साल से नहीं हुई, और नहाने-पीने तक के लिए पानी नहीं मिलता. स्टडी टेबल, बेडशीट, पंखा, लाइट तक नहीं हैं ऐसे हालात में पढ़ाई संभव नहीं. ABVP नगर मंत्री गजेंद्र बिसाई ने बताया कि अधीक्षक रतन भारती दिन में सिर्फ एक बार भोजन सामग्री छोड़ने आते हैं और फिर घर चले जाते हैं. विरोध करने वाले छात्रों को बाहर निकाल दिया जाता है बीते एक साल में ऐसे तीन मामले सामने आए हैं.
छात्रों से हर माह वसूली जा रही 300 रुपए मैस फीस भी सवालों के घेरे में है, और हाल ही में तीन महीने की फीस एक साथ मांगी गई है. छात्रों ने छात्रावास की क्षमता बढ़ाने, खराब पंखे-लाइट की मरम्मत, और अधीक्षक के खिलाफ जांच की मांग की है. ABVP ने दो दिन में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
झीरम में सीआरपीएफ का नागरिक सहायता कार्यक्रम
जगदलपुर। नक्सल प्रभावित और संवेदनशील झीरम गांव में बुधवार को सीआरपीएफ की 227वीं बटालियन ने नागरिक सहायता कार्यक्रम का आयोजन किया.
कमांडेंट गोपाल कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में हुए इस आयोजन में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए. झीरम पारा, टिटर पारा, सरगी पारा, एलगनार और झाड़ी पारा जैसे सुदूर इलाकों से ग्रामीण पहुंचे, जहां उन्हें रेडियो वितरित किए गए. उद्देश्य था ग्रामीणों को रोजगार, शिक्षा, कृषि और सरकारी योजनाओं से जोड़ना. कमांडेंट गोपाल गुप्ता ने कहा, स्थायी शांति तभी संभव है जब गांव जागरूक और आत्मनिर्भर हों. उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नक्सलवाद जैसी हिंसा से दूर रहें और अपने समुदाय को भी इससे बचाने में भागीदार बनें.
कार्यक्रम के दौरान नि:शुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाया गया, जिसमें लगभग 110 ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया. शिविर में डॉ. अमरनाथ और उनकी टीम ने इलाज किया. मौके पर दरभा थाना प्रभारी चाणक्य नाग, द्वितीय कमान अधिकारी नवीन यादव और स्थानीय स्कूल के शिक्षक भी मौजूद रहे. झीरम जैसे अति संवेदनशील इलाके में इस तरह का प्रयास न केवल भरोसा बढ़ाता है, बल्कि विकास की दिशा में भी ठोस कदम है.
छत्तीसगढ़ से तेलंगाना ले जाई जा रही थी भैंसें… दो पशु तस्कर गिरफ्तार, 16 नग मवेशी बरामद
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ से तेलंगाना के मुलुगु क्षेत्र की ओर कृषिक पशुओं की अवैध तस्करी की जा रही थी. सूचना मिलते ही तारलागुड़ा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को जंगल से गिरफ्तार कर 16 नग भैंसों को जब्त किया है.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि मिनकापल्ली-अन्नाराम के जंगल मार्ग से कुछ लोग मवेशियों को हांककर राज्य पार ले जा रहे हैं. ग्राम कोत्तूर के पास दबिश देकर पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा. गिरफ्तार आरोपियों में तेलंगाना के भूपालपल्ली जिले के निवासी मोतीलाल और रामसिंह शामिल हैं. पूछताछ में उनके पास न तो स्वामित्व प्रमाण मिला, न ही पशु परिवहन के वैध दस्तावेज.
मौके पर पंचनामा के तहत 16 भैंसों को जब्त कर ग्राम पंचायत तारलागुड़ा के सरपंच-सचिव को सुरक्षा हेतु सौंपा गया है. पुलिस ने दोनों के खिलाफ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज किया है. फिलहाल दोनों आरोपी न्यायिक रिमांड पर भेजे गए हैं. इस कार्रवाई से सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय मवेशी तस्करों को बड़ा झटका लगा है.
टोल टैक्स को लेकर बस्तर में विरोध तेज, सीजी-17 गाड़ियों को छूट की मांग
जगदलपुर। बस्तर जिले में सीजी 17 पासिंग गाड़ियों को टोल टैक्स में छूट देने और जगदलपुर-रायपुर मार्ग पर बन रहे नए टोल प्लाजा के विरोध में बुधवार को शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा.
शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा कि चार टोल नाकों के बावजूद एक और टोल प्लाजा बनाया जाना नियमों का उल्लंघन है, जबकि नियम के मुताबिक दो टोल के बीच कम से कम 60 किमी की दूरी होनी चाहिए. मौर्य ने बताया कि बस्तर की कई गाड़ियों में फास्टैग न होने से दोगुना शुल्क लिया जा रहा है और टोल पर कर्मचारियों द्वारा स्थानीय लोगों से दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे दुर्ग के कुहारी टोल पर सीजी 04 व 07 वाहनों से शुल्क नहीं लिया जाता, वैसे ही बस्तर में भी सीजी 17 वाहनों को छूट मिलनी चाहिए. सड़कें खराब, सुविधाएं नहीं, फिर भी वसूली जारी है, इसे लेकर स्थानीय लोगों में रोष है और कांग्रेस ने इसे जनता के साथ अन्याय बताया है.
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