कोंडागांव। प्रदेशभर के शासकीय कर्मचारी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. 29 से 31 दिसंबर तक प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में कामकाज ठप रहेगा. छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर तीन दिवसीय धरना दिया जाएगा. कोंडागांव में यह धरना चौपाटी मैदान में आयोजित होगा.

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जिला संयोजक शिवराज ठाकुर ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादे अब तक पूरे नहीं हुए. कर्मचारियों का आरोप है कि ‘मोदी की गारंटी’ सिर्फ चुनावी नारा बनकर रह गई. फेडरेशन के अनुसार पहले भी दो चरणों में ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं. 16 जुलाई और 22 अगस्त को कलेक्टर के माध्यम से सरकार को मांगें भेजी गई थीं. इसके बावजूद कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया. इससे कर्मचारियों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है.

कोंडागांव जिले के 33 संगठन आंदोलन में शामिल होंगे. सरकारी कार्यालय, स्कूल और अस्पताल पूरी तरह बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा. नेतृत्व ने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदलेगा. जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह शासन-प्रशासन की होगी.

धर्मांतरण के खिलाफ सड़क पर उतरा हिंदू समाज

फरसगांव। फरसगांव में शुक्रवार को धर्मांतरण और बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में शक्ति प्रदर्शन हुआ. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के आह्वान पर विशाल शौर्य जागरण यात्रा निकाली गई. सैकड़ों युवाओं ने बाइक रैली में भाग लेकर नगर को भगवामय कर दिया. जय श्रीराम के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा.

यात्रा की शुरुआत स्थानीय अस्पताल मैदान से की गई. नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए लोगों ने रैली का स्वागत किया. व्यापारियों और आम नागरिकों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा की. बाइक रैली फरसगांव से कोंडागांव जिला मुख्यालय पहुंची. इसके बाद माकड़ी और विश्रामपुरी होते हुए यात्रा आगे बढ़ी. अंततः केशकाल में भव्य शक्ति प्रदर्शन के साथ समापन हुआ. सभा में वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्षेप की मांग की. बस्तर संभाग में बढ़ती धर्मांतरण गतिविधियों पर भी चिंता जताई गई. आयोजन के दौरान शांति व्यवस्था बनी रही. प्रशासन पूरे समय सतर्क नजर आया.

दीपोत्सव से पहले दलपत सागर को संवारने में जुटा शहर

जगदलपुर। मकर संक्रांति से पहले दलपत सागर को संवारने की मुहिम तेज हो गई है. शनिवार सुबह दलपत सागर में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया गया. शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर श्रमदान कर सहभागिता निभाई. यह अभियान आगामी दीपोत्सव की तैयारियों का अहम हिस्सा है. 14 जनवरी को दलपत सागर में भव्य दीपोत्सव का आयोजन होगा. कार्यक्रम जिला प्रशासन और नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में होगा. स्वच्छता अभियान रानीघाट से शुरू किया गया. आईलैंड के मुख्य द्वार तक व्यापक साफ-सफाई की गई. जनप्रतिनिधियों और अफसरों ने खुद झाड़ू उठाई. महापौर संजय पांडे और कलेक्टर हरिस एस भी श्रमदान में शामिल हुए. निगम अध्यक्ष, पार्षद और सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया. डीआरजी के जवानों ने भी अभियान में भाग लिया. महापौर ने दलपत सागर को शहर की पहचान बताया. उन्होंने जनभागीदारी को स्वच्छता की सबसे बड़ी ताकत कहा. शहरवासियों से दलपत सागर को प्रदूषण मुक्त रखने की अपील की गई.

एक दिया स्वच्छता के नाम, दीपोत्सव की औपचारिक शुरुआत

जगदलपुर। मकर संक्रांति से पहले दलपत सागर में दीपोत्सव का माहौल बनने लगा है. ‘एक दिया स्वच्छता के नाम’ अभियान के तहत 101 दीप प्रज्वलित किए गए. इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव शामिल हुए. महापौर संजय पांडे भी विशेष रूप से मौजूद रहे. दीप प्रज्वलन के साथ दीपोत्सव की औपचारिक शुरुआत हुई. विधायक किरण सिंह देव ने नागरिकों से सहभागिता की अपील की. उन्होंने कहा कि दीपोत्सव संस्कृति और स्वच्छता का संगम है. महापौर ने इसे शहर की सामूहिक चेतना का प्रतीक बताया. नगर निगम भव्य आयोजन की तैयारियों में जुटा है. कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है. जनप्रतिनिधियों और एमआईसी सदस्यों की उपस्थिति रही. पार्षदों और सामाजिक प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया. कार्यक्रम ने स्वच्छता का सकारात्मक संदेश दिया. दीपों की रोशनी से दलपत सागर को सजाने का आह्वान किया गया. शहरवासियों में आयोजन को लेकर उत्साह दिखाई दिया.

ला-नीना का असर, ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड

जगदलपुर। बस्तर संभाग में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है. तापमान अब भी 10 डिग्री के नीचे बना हुआ है. शनिवार को न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री दर्ज किया गया. रात में ठिठुरन से लोग कांपने को मजबूर हैं. सुबह घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर रह गई. मौसम विभाग ने इसके पीछे ला-नीना प्रभाव को कारण बताया है. पोलर वोर्टेक्स के मजबूत होने से ठंडी हवाएं आ रही हैं. जेट स्ट्रीम के दक्षिण की ओर झुकाव से सर्दी बढ़ी है.

मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि उत्तर से लगातार ठंडी हवाएं आ रही हैं. हिमालयी क्षेत्रों में बढ़ी बर्फबारी भी कारण है. जलवायु परिवर्तन ने मौसम चक्र को प्रभावित किया है. आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है. लोगों को सुबह-शाम विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है. कोहरे के कारण वाहन चालकों को सावधानी बरतने की जरूरत है.

आधार की गलती बनी आदिवासियों की बड़ी सजा

दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में आधार कार्ड की गलतियां लोगों पर भारी पड़ रही हैं. नाम की स्पेलिंग में हुई गड़बड़ी से योजनाओं का लाभ अटक रहा है. च्वाइस सेंटरों पर केवल मामूली सुधार ही संभव हो पा रहा है. बड़ी त्रुटियों के लिए लोगों को राजनांदगांव जाना पड़ रहा है. करीब 500 किलोमीटर की दूरी गरीब आदिवासियों के लिए बड़ी चुनौती है.

भीमा को बीमा और लखमे को लक्ष्मी जैसे नाम दर्ज हैं. पहले यह सामान्य भूल लगी, अब यही मुसीबत बन गई. आधार हर योजना की चाबी बन चुका है. नाम मेल नहीं खाने से राशन और बैंकिंग सेवाएं अटक रही हैं. कई कार्डों में एजेंसी का मोबाइल नंबर दर्ज है. सुधार में 5 हजार रुपये तक खर्च आ रहा है. ग्रामीण जोगा पदामी जैसे लोग बेहद परेशान हैं. सरपंचों ने गांव-गांव सुधार शिविर की मांग की है. कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने समाधान का भरोसा दिया है. प्रशासन स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था पर चर्चा जारी है.