जगदलपुर। सायबर अपराधों के लगातार बढ़ रहे मामलों पर नकेल कसने के लिए शहर के शौर्य भवन में आज पुलिस ऑडिटोरियम में उप संचालक अभियोजन आर.के. मिश्रा, डीएसपी दिलीप कोसले के द्वारा 1 दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता विस्तार कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में “साइबर फॉरेंसिक, धारा 41 द.प्र.स. में पुलिस अधिकारीयों को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के दिशनिर्देश और विधिविरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम से सम्बंधित दिशानिर्देश” विषय पर चर्चा की और उनका मार्गदर्शन किया गया. यह कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा की उपस्थिति और उनके मार्गदर्शन में किया गया.

इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अधिकारीयों को बताया गया कि वर्तमान में विवेचक को अपराधी से एक कदम आगे होकर कार्यवाही करनी होगी. इसके तहत साइबर क्राइम और अन्य अपराधों की विवेचना के लिए साइबर फोरेंसिक के महत्व को इंगित किया. इसके अलावा 7 वर्ष से कम के दंडनीय अपराधों में बिहार राज्य के अर्नेश कुमार दिशानिर्देश पर विस्तार से चर्चा हुई. विधिविरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम में हुए संशोधन और पुलिस को इन मामलों में जो सावधानियां बरती जानी चाहिए उस पर भी विस्तृत रूप से चर्चा हुई.

कार्यशाला के समापन में पुलिस अधीक्षक जिला बस्तर द्वारा विवेचकों से वर्तमान परिपेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहकर विधि सम्मत कार्यवाही करने की समझाइश दी गयी. बता दें कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों से लेकर प्रधान आरक्षक स्तर के कुल 100 अधिकारीा और कर्मचारी शामिल हुए.

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