आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। बस्तर में शांति और शहीद जवानों की स्मृति में आज रविवार को सीआरपीएफ के द्वारा “बस्तर शांति दौड़” का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ आईजी समेत अन्य अधिकारी, जवान और बड़ी संख्या में बस्तरवासी शामिल हुए.

इस कार्यक्रम की शुरुवात लाल बाग मैदान से की गई. दौड़ का शुभारंभ बस्तर आईजी सुंदरराज पी द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया. इसके बाद इस दौड़ में शामिल सभी लोग सर्किट हाउस से होते हुए दलपत सागर की ओर से दंतेश्वरी मंदिर, मेन रोड होते हुए वापस लाल बाग मैदान पहुंचे. इसके बाद इस दौड़ के विजेताओं को नगद पुरस्कार दिया गया.

सीआरपीएफ आईजी प्रकाश डी ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में शांति तथा स्वस्थ्य जीवन शैली में जागरूक करना था. साथ ही यह आयोजन सुरक्षाबल के शहीद जवानों की स्मृति में किया गया है. उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल “सीआरपीएफ” द्वारा बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में न केवल नक्सल उन्मूलन अभियानों द्वारा नक्सलियों से लोहा ले रही है, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों की सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए भी निरंतर प्रयास सीआरपीएफ के द्वारा किया जा रहा है.

इसी क्रम में बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तथा अंदरूनी ग्रामों से आये ग्रामीणों को नक्सल विचारधारा से दूर रहने और मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस सामाजिक जागरूकता अभियान में कोविड – 19 से बचाव के लिए इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए जागरूक किया जा रहा है तथा मेडिकल चेकअप कैम्प की भी व्यवस्था की गई है.

यह शांति दौड़ एक गैर – प्रतिस्पर्धी आयोजन था. जिसमें सीआरपीएफ, कोबरा, छत्तीसगढ़ पुलिस के सभी रैंक और उनके परिवार, नागरिक प्रशासन, वन विभाग, एनएमडीसी, एसबीआई और स्थानीय बस्तर लोग शामिल हुए. इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एसबीआई क्षेत्राधिकारी बिनय कुमार रहे. वहीं इस दौरान बस्तर आईजी सुंदरराज पी, सीसीएफ मोहम्मद शाहिद, जिला पंचायत सीईओ इंद्रजीत सिंह, सीएचएमओ आरके चतुर्वेदी के साथ अन्य अधिकारी, सीआरपीएफ के जवान तथा बस्तरवासी मौजूद रहे.