रायपुर। विधानसभा में पेश छत्तीसगढ़ विश्वविद्यलाय संशोधन विधेयक 2020 पारित हुआ. इसके साथ ही बस्तर विश्वविद्यालय का नामकरण शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के रूप में हो गया. विश्वविद्यालय के क्षेत्र में सुकमा जिला जोड़ा गया.

विधेयक पेश करने पर विधायक अजय चंद्राकर ने महेंद्र कर्मा के नाम के आगे शहीद लगाने पर की आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकार पहले सरकार शहीदों की सूची बनाये तब तक सिर्फ महेंद्र कर्मा नाम रहे. अजय चंद्राकर के बयान पर तीख़ी प्रतिक्रिया हुई. वहीं धर्मजीत सिंह ने विद्याचरण शुक्ल के नाम पर किसी संस्थान का नाम करने की मांग की. उनसे बड़े नेता नहीं हुए. कद और प्रतिष्ठा के अनुरूप करने की मांग की. उन्होंने कहा कि उन्होंने झीरम में जान गंवाईं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजय चंद्राकर के बयान पर कहा कि संविधान में शहीद परिभाषित नहीं किया गया है, लेकिन जवानों के लिए उपयोग करते हैं. देश के लिए या आतंकी घटना पर जिनकी मृत्यु होती है, उन्हें शहीद कहते हैं. शहीद वीर नारायण सिंह यहां बना. नाम के रूप में प्रयोग होता है. ये नाम से जुड़ा हुआ है. आपको परिभाषित करवाना है तो केंद्र में आपकी सरकार है. परिभाषित करवा लीजिये. गांधी की पुण्य तिथि को शहादत दिवस के रूप में मनाते हैं, लेकिन गांधी को शहीद नहीं कहा गया. ये हमारी भावना है, इसलिए शहीद नाम से विवि का नाम रखा है.