स्पोर्ट्स डेस्क- आईपीएल का आयोजन 19 सितंबर से यूएई में होना है लेकिन उससे पहले ही आईपीएल सुर्खियों में आ चुका है, और अब जब आईपीएल का आयोजन होना है तो आईपीएल की वजह से बीसीसीआई भी सुर्खियों में है।
बीसीसीआई इस बार इसलिए सुर्खियों में हैं क्योंकि बीसीसीआई की आलोचना हो रही है, उसके एक फैसले के लिए भी अब बीसीसीआई की जमकर आलोचना की जा रही है। और सोशल मीडिया में तो बॉयकॉट आईपीएल भी ट्रेंड करने लगा है।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल आईपीएल सीजन-13 का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच खेला जाएगा, आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की जो बैठक रविवार को हुई उसमें इस बात पर मुहर भी लग गई।
लेकिन अब आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के साथ ही बीसीसीआई की आलोचना होनी भी शुरू हो चुकी है, और बॉयकॉट आईपीएल सोशल मीडिया में ट्रेंड भी करने लगा है।
और उसकी वजह ये है कि जब आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक रविवार को शुरू हुई तो सबकी नजर इस बात पर टिकी थी कि आईपीएल के मुख्य प्रोयोजक को लेकर क्या फैसला लिया जाता है क्योंकि इस बैठक में इस बात पर भी फैसला होना था, और सभी यही कयास लगा रहे थे बीसीसीआई इस चीनी कंपनी को बड़ा झटका दे सकती है, लेकिन बैठक खत्म हो गई और ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
बैठक के बाद बीसीसीआई ने चीनी कंपनी के साथ अपने करार को बरकरार रखने का फैसला किया है और वीवो टाइटल प्रायोजक है जबकि पेटीएम, ड्रीम 11, बाईजूस और स्विगी में चीनी निवेश है। भारत और चीन के बीच मौजूदा तनाव को देखते हुए ये मुद्दा 10 सूत्रीय एजेंडे में सबसे अहम था।
लेकिन जब आईपीएल के मुख्य प्रायोजक वीवो को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ उसके बाद से सोशल मीडिया में बीसीसीआई की खूब आलोचना हो रही है, साथ ही बीसीसीआई और सौरव गांगुली खूब ट्रोल भी हो रहे हैं।
फैंस ने तो बीसीसीआई पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीसीसीआई शर्म करो, इसके अलावा भी बीसीसीआई, आईपीएल को लेकर फैंस तरह तरह के कमेंट भी कर रहे हैं। जिसमें बीसीसीआई की आलोचना लगातार हो रही है।