BCCI invites bids for Team India lead sponsor: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 9 सितंबर से शुरू होने जा रहे एशिया कप 2025 से पहले टीम इंडिया के नए लीड स्पॉन्सर के लिए टेंडर जारी किया है। ऑनलाइन गेमिंग के प्रोत्साहन और विनियमन अधिनियम, 2025 (Promotion and Regulation of Online Gaming Act, 2025) देश में लागू होने के बाद मौजूदा स्पॉन्सर ड्रीम-11 ने अपना करार बीच में ही छोड़ दिया, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।

ये कंपनियां नहीं लगा सकेंगी बोली

बता दें कि BCCI ने टेंडर में स्पष्ट किया है कि कुछ क्षेत्रों की कंपनियां लीड स्पॉन्सरशिप की बोली में हिस्सा नहीं ले सकेंगी। इसमें ऑनलाइन मनी गेमिंग, सट्टेबाज़ी या जुआ (चाहे भारत में हो या विदेश में), क्रिप्टोकरेंसी कारोबार जैसे ट्रेडिंग, एक्सचेंज या टोकन से जुड़ी कंपनियां, साथ ही 2025 के ऑनलाइन गेमिंग एक्ट के तहत प्रतिबंधित गतिविधियों में शामिल कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा, वे कंपनियां भी अयोग्य होंगी जिनका निवेश या स्वामित्व किसी सट्टेबाज़ी या जुआ से जुड़ी संस्था में है।

प्रतिबंधित ब्रांड कैटेगरी में शराब, सट्टेबाज़ी और जुआ सेवाएं, क्रिप्टोकरेंसी, ऑनलाइन मनी गेमिंग, तंबाकू, अश्लील सामग्री या सार्वजनिक नैतिकता के खिलाफ कंटेंट शामिल हैं। साथ ही सरोगेट ब्रांडिंग यानी किसी अन्य नाम या ब्रांड के सहारे छिपकर बोली लगाने की अनुमति भी नहीं होगी।

16 सितंबर तक कंपनियां कर सकेंगी बिड

BCCI की एडवाइजरी के मुताबिक, 2 सितंबर से टेंडर भरने की शुरुआत की गई है। इसकी आखिरी तारीख 12 सितंबर रखी गई है। इसके अलावा बिड प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 16 सितंबर है।

साल 2026 तक के लिए हुआ था Dream-11 और BCCI के बीच करार

गौरतलब है कि Dream-11 और BCCI का साथ वैसे 2026 तक होना था। यह पार्टनरशिप लगभग 358 करोड़ रुपये की थी। लेकिन कोर्ट ने गेमिंग ऐप्स के खिलाफ एक्शन लिया और BCCI को यह पार्टनरशिप बीच में ही खत्म करनी पड़ी।

BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने साफ कहा था कि अब बोर्ड किसी भी रियल-मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ाव नहीं रखेगा। उन्होंने कहा, “हमारा रुख बिल्कुल साफ है। सरकारी नियम लागू होने के बाद, BCCI Dream-11 या ऐसी किसी दूसरी गेमिंग कंपनी से करार जारी नहीं रख सकता। नए प्रतिबंधों के तहत कोई गुंजाइश नहीं है और हमें Dream-11 के साथ समस्या का सामना करना पड़ा।”

BCCI ने लीड स्पॉन्सरशिप के लिए पात्रता मानदंड

बीसीसीआई ने लीड स्पॉन्सरशिप के लिए पात्रता शर्तें तय की हैं। वित्तीय मानदंडों के तहत, आवेदक का पिछले तीन वर्षों में औसत टर्नओवर कम से कम 300 करोड़ रुपये या औसत नेटवर्थ कम से कम 300 करोड़ रुपये होना चाहिए। इसके साथ ही फिट एंड प्रॉपर पर्सन मानदंड भी अनिवार्य हैं। इसमें शामिल है कि आवेदक धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध या किसी गंभीर अपराध का दोषी न हो, बीसीसीआई के नियमों के अनुसार हितों का टकराव न हो और उसे किसी ऐसे अपराध में दोषी न ठहराया गया हो जिसकी सज़ा दो साल या उससे अधिक हो। इसके अलावा, आवेदक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा “wilful defaulter” घोषित न किया गया हो और उसकी ईमानदारी तथा प्रतिष्ठा अच्छी हो।

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