जोहानसबर्ग- भारत का साउथ अफ्रीका दौरा नए साल से शुरू होने जा रहा है। सीरीज की शुरुआत 5 जनवरी से है, लेकिन उससे पहले ही भारतीय टीम के लिए खतरे की घंटी बजने लगी है। वैसे भी विदेशी सरजमीं पर भारतीय टीम के सामने उछाल भरी पिचों पर बेहतर प्रदर्शन करने की बड़ी चुनौती होती है, ऐसे में जब विरोधी टीम के दिग्गजों के फिट होने की खबरें आने लगे, तो उसे खतरे की घंटी तो कह ही सकते हैं। दरअसल भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज की शुरुआत से पहले इसी साल साउथ अफ्रीका को जिम्ब्बावे के खिलाफ 4 दिवसीय डे-नाइट टेस्ट मैच खेलना है। जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जाने वाले इस बॉक्सिंग डे मुकाबले के लिए साउथ अफ्रीकी टीम का ऐलान हुआ है, जिसमें ऐसे दिग्गजों को जगह दी गई है,जो लंबे समय बाद चोट से उबरकर टीम में वापसी कर रहे हैं।
साउथ अफ्रीका का जिम्बाब्वे के खिलाफ इस मुकाबले को भारतीय टीम के दौरे की शुरुआत से पहले तैयारी के हिसाब से काफी अहम माना जा रहा है। इस टीम में डेल स्टेन और एबी डिवीलियर्स जैसे दिग्गजों की वापसी हुई है, जो लंबे समय बाद चोट से उबरकर टीम में वापसी कर रहे हैं। इन दो खिलाड़ियों के अलावा भी टीम में शामिल कुछ और खिलाड़ी भी चोट से उबरकर वापसी कर रहे हैं,जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब ये खिलाड़ी जिम्बाब्वे के खिलाफ मुकाबले से टीम में वापसी कर रहे हैं तो टीम इंडिया के खिलाफ भी मैदान में उतरेंगे।जब ऐसे दिग्गज खिलाड़ी मैदान में उतरते हैं तो फिर उनका खेल कैसा होता है, इससे आप खुद भी परिचित हैं। ऐसे में ये टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी ही है। डिविलियर्स ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी में खेला था, जबकि स्टेन पिछले साल पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच के बाद से ही चोट के चलते टीम से बाहर हैं और जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच से टीम में एक बार फिर से वापसी कर रहे हैं।
जिम्बाब्वे के खिलाफ साउथ अफ्रीका की टीम में शामिल खिलाड़ी –
टीम- फाफ डुप्लेसिस (कप्तान), हाशिम अमला, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डिकॉक, तेंबा बवुमा, थेयुनिस डी ब्रुयन, डीन एल्गर, केशव महराज, ऐडेन माक्रम, मोर्ने मोर्केल, वर्नन फिलैंडर, एंडिले फेहलुकवायो, डेल स्टेन, कैगिसो रबादा।