सिद्धान्त मिश्रा, बलौदाबाजार।बलौदाबाजार वनमंडल के सोनाखान व अर्जुनी वन परिक्षेत्र के बीच जोंक नदी में भालू की सड़ी गली लाश मिली है. ग्रामीणों के मुताबिक भालू की शिकार हुए करीब एक हफ्ते हो गए है. लेकिन सबसे चौकाने वाली बात यह है की इस मामले की भनक किसी भी वन अधिकारियो को नहीं है.वही जब मीडिया ने इस मामले की जानकारी लेनी चाही तो नहीं अपने लोकेशन पर कोई बीट गार्ड था और न ही रेंजर.
भालू को सोनाखान व अर्जुनी वन परिक्षेत्र के बीच स्थित जोंक नदी में शिकार कर नदी में फेंक दिया गया है. अज्ञात शिकारियो ने भालू का शिकार कर भालू के पंजे दांत व गुप्तांग को काट दिया और भाग निकले. लाश नदी के किनारे छोड़ दी.
हैरत की बात यह है की महकम गांव के बीट गार्ड का निवास नदी से कुछ दूरी पर है.हफ्ते भर बाद भी इसकी भनक वन अमला को जरा सा भी नहीं लगा. वही डिप्टी रेंजर ,रेंजर ,एसडीओ समेत अपने मुख्यालय से नदारद थे ,जिनके दफ्तर पर ताले लटक रहे है. ग्रामीणों ने बताया की महकम के बीट गार्ड और डिप्टी रेंजर और बिट गार्ड महीने भर में एक बार ही नज़र आते हैं बाकी समय वन अधिकारी अपने मुख्यालय से गायब रहते है.
सोनाखान वन परिक्षेत्र में शिकार का ये कोई नया मामला नहीं है . इस क्षेत्र में अधिकतर ऐसी शिकार की घटनाये होती रहती है.इस पुरे मामले पर जब मीडिया वन अधिकारियो की दफतर पहुंची तो कोई अधिकारी अपने दफ्तर में नहीं था सभी के दफ्तरो में ताले लटक रहे थे. उसके बावजूद वन अमला का इस तरह गिर ज़िम्मेदाराना हरकत संदेह भी पैदा करता है. की शिकार में इनकी भी संलिप्तता तो नहीं. बरहाल अब देखने वाली बात होगी की कब तक वन अमला अपनी नींद से जागेगा और शिकारियो पर शिकंजा कस पायेगा .