हमारे समाज में हर मां-पिता पूरे जीवन मेहनत से संपत्ति जुटाते है, ताकि उसके बच्चे का जीवन आराम से गुजर सके, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कारोबारी की एक ऐसी कहानी सामने आई है जो हैरान करने वाली है.
कैनबरा. एक कारोबारी का बचपन गरीबी में बीता, लेकिन मेहनत के दम पर धीरे-धीरे उन्होंने देश भर में अपना व्यापार फैला लिया. कारोबारी ने मरने से पहले अपनी सारी संपत्ति बच्चों को देने के बजाय दान कर दिया है. इस कारोबारी ने अपने बच्चों से के लिए कोई संपत्ति नहीं छोड़ी है. उन्होंने अपनी मौत से पहले ही इस तरह का वसीयत बनवा लिया था कि उनकी सारी संपत्ति दान कर दी जाए.
ऑस्ट्रेलियाई व्यापारी स्टैन पेरॉन ने अपनी 2.8 अरब (2 खरब एक अरब 37 करोड़ 60 लाख) डॉलर की संपत्ति दान कर दी है. पेरॉन का नवंबर माह में 96 साल की आयु में निधन हो गया था. स्टैन का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसमें परिवार के सदस्यों, मित्रों और अन्य लोगों ने भाग लिया.
अपनी मौत से पहले स्टैन ने एक बयान में लिखा था कि वह अपनी संस्था स्टैन पेरॉन धर्मार्थ संस्थान को अपनी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा दान कर रहे हैं. स्टैन ने लिखा था, ‘मैंने अपने बचपन के लक्ष्य को पूरा किया और अपने परिवार के लिए भी काफी-कुछ किया है. लेकिन मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं कि मैंने जो कमाया है, उससे मैं वंचित लोगों की सहायता कर सकता हूं और उनके जीवन को बदलने में सक्षम हूं.’ यह धर्मार्थ संस्थान वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के बच्चों के स्वास्थ्य पर केंद्रित है, जिसकी देखरेख अब स्टैन की बेटी (52) करेंगी.