नई दिल्ली। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता जिंदगी की जंग हार गई, लेकिन मरने से पहले उसने भावुक होकर कहा था कि वह मरना नहीं चाहती है और उसके साथ ऐसा करने वाला कोई जिंदा नहीं बचना चाहिए. अब क्या सरकार उसके गुनाहगारों को फांसी की सजा देगी ? क्योंकि उसके परिजन भी यही मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को फांसी हो या फिर हैदराबाद की तरह एनकाउंटर कर दिया जाए.
पीड़िता के पास में खड़े अस्पताल के बर्न यूनिट के हेड डॉ. शलभ और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि उसके मुंह से निकली हुई बातें इतनी ही समझ में आ रहीं थी कि वह जानना चाह रही थी कि वह बच जाएगी न. डॉक्टरों ने बताया कि उसने इशारों में और हल्की आवाज में कहा कि वह मरना नहीं चाहती है. उसने यह भी कहा कि उसके साथ ऐसा करने वाला कोई बचे न.
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दरअसल उन्नाव पीड़िता की शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान रात 11 बजकर 40 मिनट पर मौत हो गई. पीड़िता को जेल से बेल पर रिहा हुए आरोपियों ने जलाकर मारने की कोशिश की थी. जिससे वो 90 प्रतिशत जल चुकी थी. जिसके बाद लखनऊ से एयर लिफ्ट कर उसे सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराया गया था. डॉक्टरों के मुताबिक उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है.
बता दें कि उन्नाव की बेटी के साथ दिसंबर साल 2018 में रेप हुआ था. पुलिस के पास दर्ज पीड़िता के बयान के मुताबिक गांव के ही शिवम त्रिवेदी नाम के शख्स ने शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया. मामले में पुलिस पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.