मान्यता के अनुसार बाहर जाते समय मुंह में लौंग रखना शुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि लौंग की तीखी, शुद्ध खुशबू नेगेटिव एनर्जी, बुरी नजर से बचती है. यात्रा या विशेष काम में आने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए आध्यात्मिक शक्ति देती है लौंग.

हिंदू धर्म में लौंग खाने का स्वाद बढ़ाने वाला मसाला भर नहीं है. यह शांति, सुरक्षा और पॉजिटिव एनर्जी से भी जुड़ा है. बहुत से लोग मानते हैं कि लौंग में एक गर्मी और शक्ति होती है जो मन को स्थिर करती है. वातावरण से नेगेटिव एनर्जी को दूर करती है. इस लिए जरूरी कार्य, मीटिंग, यात्रा या नई कोशिश शुरू करने से पहले मुंह में लौंग रखने से मन मजबूत होता है. बाहरी माहौल आपके खिलाफ काम नहीं करता है.

लौंग का चमत्कार!

  1. लौंग को मुंह में रखने से नेगेटिव एनर्जी दूर रही है. व्यक्ति के चारों ओर एक पॉजिटिव सुरक्षा परत बनती हैं.
  2. लौंग अपनी बात बोलने में स्पष्टता और असर बढ़ती है. लौंग की खुश्बू मन को एकाग्र करती है. ये सामूहिक सभा या अधिक लोगों से एक साथ बातचीत में आत्मविश्वास देती है.
  3. लौंग चबाने से तनाव कम होता है. मन भी शांत रहता है. जिससे घर के बाहर जाते समय घबराहट नहीं होती.
  4. मान्यता है कि लौंग अचानक आने वाली रूकावटों को दूर करती है. दिन को आसान बनती है.