वाराणसी। देश में बेटियां कितनी सुरक्षित हैं इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पढ़ने वाली छात्राएं अब खुद को असुरक्षित महसूस करने लगी हैं. छेड़-छाड़ से त्रस्त छात्राओं ने पीएम मोदी के दो दिवसीय दौरे में पहुंचने से पहले बीएचयू की छात्राओं ने बीएचयू के गेट के सामने छेड़खानी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. यहां तक कि विरोध में एक छात्रा ने अपना सिर तक मुंडवा लिया. छात्राओं के प्रदर्शन को देखते हुए धरना स्थल पर बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया.
छात्राओं का आरोप है कि उनके साथ कैंपस में लगातार छेड़खानी होती है. लेकिन उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. छात्राओं का यह भी आरोप है कि छेड़खानी करने वाले लोगों में प्रोक्टोरियल बोर्ड के लोग भी शामिल हैं जिसकी वजह से कोई कार्रवाई नहीं की जाती.
छात्राओं का कहना है कि उनके साथ हॉस्टल के गेट या क्लास में हर जगह आए दिन छेड़खानी होती है. गुरुवार शाम को भी त्रिवेणी हॉस्टल के बाहर कुछ छात्राओं के साथ छेड़खानी हुई तो छात्राओं ने चीफ प्रॉक्टर प्रो ओएन सिंह को फोन कर बताया तो कार्रवाई के बजाय उल्टा वे उन्हें ही भला बुरा कहने लगे और कहा कि 6 बजे के बाद हॉस्टल के बाहर क्यों घूम रही थीं.
छात्राएं कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठी हुई हैं लेकिन इस मामले में प्रशासान ने चुप्पी साध ली है.