बेगूसराय/ बिहार में नई सरकार और नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी के जिम्मेदारी संभालते ही पुलिस-प्रशासन की तेज होती कार्रवाई का पहला बड़ा असर शुक्रवार की रात देखने को मिला। बेगूसराय के साहेबपुर कमाल इलाके में कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय को एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त मुठभेड़ में गोली लगी जिसके बाद बस्ती में लोगों ने एक साथ राहत और डर – दोनों की सांस ली।

सूचना पर छापेमारी

पुलिस को सूचना मिली थी कि शिवदत्त राय हथियार खरीदने मल्हीपुर गांव पहुंचा है। देर रात एसटीएफ और थाना पुलिस गांव की गलियों में दबे पांव घुसी ही थी कि दो बाइक पर सवार छह अपराधियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।
गांव के लोग घरों में दुबक गए चारों ओर गोलियों की आवाज भागते कदमों की धूल और पुलिस की जवाबी कार्रवाई का माहौल। पुलिस की आत्मरक्षा में चलाई गोली शिवदत्त राय की जांघ में लगी। बाकी अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। लेकिन गिरफ्त में आए शिवदत्त की निशानदेही पर जिस घर से भारी मात्रा में हथियार नकदी और कफ सिरप बरामद हुई उसने पूरे इलाके की नींद उड़ा दी।

गृह विभाग के बदलाव के बाद एक्शन मोड में सिस्टम

करीब 20 साल बाद गृह विभाग मुख्यमंत्री से हटकर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को मिला है। इसे लोग यूपी मॉडल की ओर बढ़ने के संकेत के रूप में देख रहे हैं। लेकिन जमीन पर असली चुनौती यही है-कानून व्यवस्था की नींव को और मजबूत रखना। बेगूसराय की यह मुठभेड़ उस बदलते माहौल की पहली झलक बन गई है।