रायपुर. राजधानी रायपुर में  लाखों रुपए में नाजायज औलादों को बेचने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि बकायदा इस धंधे में एक गिरोह काम कर रहा था. गिरोह का सरगना अनुचित वाडेकर और महिला डॉक्टर शानू मसीह हैं. आरोपी अनुचित वाडेकर बच्चों के सौदे का काम देखती थीं. लाखों रुपए में नवजात बच्चों को बेचने का सौदा करते थे. पूरा गिरोह व्हाट्सएप के माध्यम से चलाया जा रहा था.

एसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी सोशल वर्कर के रूप में ये काम करती थीं. सभी सरकारी कार्यालयों में इनका आना जाना लगा रहता था. इस साल तीन और ऐसे बच्चों को इन्होंने शिफ्ट कराया है. 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें दो क्लाइंट ढूंढने का काम करते थे। इसमें दो नर्स और शामिल हैं. फिलहाल बच्चे को सखी सेंटर भेज दिया गया है, और आरोपियों के विरुद्ध टिकरापारा थाना में धारा 370 एवं 28 जे एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.

एसपी ने आगे बताया कि इसमें 3 महिला और शामिल हैं, जो इस तरह का काम करती हैं, लिली और आभा मुदलियार मेडिकल फील्ड के नहीं है. ये केवल क्लाइंट ढूंढने का काम करती हैं. ग्राहक से 1 से डेढ़ लाख रुपए एक बच्चे के नाम पर वसूला जाता था. एसपी ने खरीददार के संबंध में साफ किया कि बच्चा खरीदने वाला कोई पुलिस अधिकारी नहीं है, बल्कि उनके परिवार वालों ने अडॉप्ट किया था, जो उस अधिकारी से अलग हो चुके हैं.

बता दें कि मंगलवार को टिकरापारा पुलिस को उसके इलाके में एक नवजात शिशु को एक लाख 20 हजार रुपए में बेचे जाने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने टिकरापारा के ब्लेस क्लिनिक पर छापा मारा. तब आरोपी महिला दलाल अनुचित वाडेकर  7 दिन के नवजात शिशु का सौदा कर रही थी. पुलिस ने महिला दलाल को नवजात शिशु सहित हिरासत में लिया गया.

 

 

आरोपी महिला दलाल अनुचित वाडेकर ने पूछताछ में बताया कि पूर्व में उसने अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर 4 नवजात शिशुओं का सौदा कर चुका है. आगे उन्होंने बताया कि अनुचित वाडेकर सौदा होने वाले नवजातों का अपने घर में ही प्रसव कराती थी. जिस नवजात का सौदा कर रहे थे, उसकी मां 14 साल की नाबालिग है. दूसरी आरोपी शानू मसीह पेशे से महिला डॉक्टर हैं, जो टिकारापारा में ब्लेस चिकित्सालय के नाम से क्लिनिक चलाती है.

 

पुलिस की महिला टीम ने नाबालिग बालिका से उसके साथ घटित घटना के संबंध में पूछताछ की. इसमें नाबालिग बालिका ने बताया कि आरोपी मयंक सिन्हा राजनांदगांव में उससे शादी का झांसा देकर रेप किया था. घटना स्थल राजनांदगांव होने से नाबालिग मां की रिपोर्ट पर महिला थाना में आरोपी के विरुद्ध शून्य में अपराध दर्ज कर राजनांदगांव पुलिस को केस ट्रान्सफर कर दिया गया है.