फीचर स्टोरी। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार लोगों को जिंदगी बांट रही है. जीवनदान दे रही है. मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. स्लम बस्ती के लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज आसान हो गया है. अब तक 73, 565 लोगों का उपचार हुआ है. वहीं 62, 389 मरीजों को फ्री में दवाईयां दी गई है. भूपेश बघेल सरकार की योजना मील की पत्थर साबित हो रही है. लोगों को शहर से लेकर गांव तक सुविधाएं मिल रही हैं.

बेमेतरा जिले के शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) से स्लम बस्तियों के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज आसान हुआ है. शहरी झुग्गी बस्तियों में निवासरत लोगों की नियमित जांच-उपचार-दवा का लाभ और बेहतर एवं सरल तरीक़े मिलने लगा है.

इसके लिए मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजनांतर्गत दो मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन एक नगरपालिका बेमेतरा और साजा पहले ही को मिल गयी है, जिससे ज़िले के स्लम इलाकों में रहने वाले लोग ना सिर्फ इन मोबाइल मेडिकल यूनिट पर डॉक्टरों से अपना इलाज करा करा रहे हैं. साथ ही यहां से दवाईयां और 41 तरह के टेस्ट भी मुफ्त किए जा रहे हैं.

बेमेतरा में अब तक लगभग 740 कैम्प लगा कर 73565 मरीजों का इलाज किया है. इन मरीजों में से 20808 मरीजों का मुफ्त लैब टेस्ट किया गया है. वहीं 62389 मरीज़ों को मुफ़्त दवा का वितरण किया गया है. एमएमयू में 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किये जाते हैं. इनमें खून, मल-मूत्र , थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टाईफाईड की जांच कुशल लैब टेक्निशियन द्वारा अत्याधुनिक मशीनों से की जाती है.

एमएमयू में मुफ्त दवा वितरण सेवा का लाभ लेते हुए लगभग चार लाख चालीस हजार मरीजों ने अब जिले में स्लम बस्तियों के मरीजों को मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा और बेहतर तरीक़े मिल रही है. आधुनिक उपकरण से सुसज्जित मोबाइल मेडिकल यूनिट स्वास्थ्य सेवाएं दे रही.

एमएमयू में 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किये जाते हैं. इनमें खून, मल-मूत्र, थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टाईफाईड की जांच कुशल लैब टेक्निशियन द्वारा अत्याधुनिक मशीनों से की जा रही है. इस मोबाइल मेडिकल यूनिटों में एमबीबीएस डाक्टर ज़िले की स्लम बस्तियों में कैम्प लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे हैं.

एमबीबीएस डॉक्टर के साथ कैम्प में मुफ्त दवा वितरण के लिए फार्मासिस्ट, मुफ्त लैब टेस्ट करने के लिए लैब मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा रही है. बता दें कि राज्य स्थापना दिवस 01 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थी.

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