कोरिया. जिला प्रशासन की ओर से दिव्यांगजन सहायता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 660 दिव्यांगों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र व यूडीआईडी बनाए गए. अब दिव्यांगजनों को शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में सुविधा होगी. प्रशासन की इस अभिनव पहल की लोगों ने सराहना की है.
नेत्रहीन बच्चों के विद्यालय में भ्रमण के दौरान बच्चों से मुलाकात में कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने दिव्यांगजनों से जुड़ी विभिन्न आवश्यकताओं को संज्ञान में लिया. अप्रैल माह में सभी विकासखंडों में शिविर लगाकर आवेदन लिए गए और यथासंभव मौके पर निराकरण भी किया गया. कलेक्टर शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में कुल 9 शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्यांगजनों ने आधार कार्ड, पेंशन, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, यूडीआईडी कार्ड, सहायक उपकरण के लिए आवेदन किए, जिनका निराकरण किया गया. कलेक्टर के निर्देश पर दस्तावेज बन जाने के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा घर-घर जाकर दिव्यांगों को दस्तावेज भी उपलब्ध कराए गए.
पिता की चिंता को प्रशासन ने किया दूर
शिविर में मिले आधार कार्ड के आवेदनों का निराकरण करते हुए 177 दिव्यांगों को आधार कार्ड दिए गए. बैकुंठपुर के मानस भवन में 7 वर्षीय पुत्र अंश का आधार कार्ड बनवाने का आवेदन लेकर पिता पहुंचे थे. पिता की खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा जब उनके घर तक जिला प्रशासन की टीम आधार कार्ड लेकर पहुंची. अंश के पिता ने भावुक होकर जिला प्रशासन की टीम को धन्यवाद दिया.
आवश्यक दस्तावेज मिलने से दिव्यांगों के खिले चेहरे
शिविरों में पेंशन के लिए आवेदन लेकर आए 40 दिव्यांगों को पेंशन की सुविधा प्राप्त हुई. ग्राम चकडाण्ड के राजेश कुमार ने शिविर में दिव्यांग पेंशन के लिए आवेदन दिया था, पेंशन आदेश घर पर ही प्राप्त होने पर उन्होंने शासन-प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए शिविर में हम जैसे जरूरतमंदों को बहुत मदद मिली है.
90 जरूरतमंदों को मिले सहायक उपकरण
दिव्यांगजन सहायता शिविरों में दिव्यांगों को सहायक उपकरण भी बांटे गए. शिविरों में 90 दिव्यांगजनों को आवश्यक सहायक उपकरण जैसे छड़ी, बैसाखी, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र दिए गए.