कोलकाता. पश्चिम बंगाल का आसनसोल जिला रामनवमी के दिन से ऐसी हिंसा का गवाह बना, जो कई सालों तक यहां के लोगों ने नहीं देखी थी. रामनवमी के दिन शुरु हुई हिंसा में अब तक आधा दर्जन लोग अपनी जान गवां चुके हैं. अक आईपीएस अफसर को अपना हाथ इस हिंसा में गंवाना पड़ा.
कल आसनसोल के हिंसा प्रबावित इलाकों में लोगों का हालचाल पूछने पहुंचे स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को स्थानीय पुलिस ने लोगों से मिलने से रोक दिया औऱ हिंसा प्रभावित इलाकों में नहीं जाने दिया. जिसके बाद बाबुल सुप्रियो की स्थानीय पुलिस अधिकारियों से तीखी झड़प हुई. बाबुल सुप्रियो और पुलिसकर्मियों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
उधर, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की. आसनसोल में इंटरनेट समेत तमाम सेवाएं बंद कर गई हैं. लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं. इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस टीएमसी के कार्यकर्ताओं को कहीं भी आने-जाने से नहीं रोक रही है जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं को न सिर्फ आने जाने से रोका जा रहा है बल्कि उन्हें प्रताड़ित भी किया जा रहा है.