कोलकाता। पश्चिम बंगाल एक बार फिर पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की वजह से चर्चा में है. इस बार उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर इलाके में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है, जिसमें 8 लोगों की मौत और 10 लोग घायल हुए हैं. इससे पहले भी राज्य में एगरा, बजबज में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की घटनाएं सामने आई हैं.

घटना रविवार सुबह सात बजे दत्तपुकुर थाना अंतर्गत नीलगंज चौकी के नीलगंज ग्राम पंचायत क्षेत्र के मोशपोल पश्चिमपारा इलाके में घटी. विस्फोट की तीव्रता इतनी भीषण थी कि कंक्रीट का मकान पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गया. कहीं 50 मीटर तो कहीं 100 मीटर दूर तक इंसानों के शव गिरते दिखे.

सूचना मिलने पर जब दत्तपुकुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि पटाखा फैक्ट्री घनी आबादी वाले इलाके में अवैध रूप से चल रही थी. फैक्ट्री के मालिक प्रमुख सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ता थे, इसलिए ग्रामीण डर के मारे कुछ नहीं बोलते थे.

पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिस मात्रा में विस्फोटक मिले हैं, उससे साफ है कि बंगाल सरकार ने विस्फोटकों को जहां चाहे इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है. अपना व्यवसाय चलाने की पूर्ण स्वतंत्रता. इसके परिणामस्वरूप मौतों और विस्फोटों की एक श्रृंखला हुई है. यह बंगाल सरकार की विफलता को दर्शाता है.