नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की होड़ में लगे बर्नी सैंडर्स ने व्यक्तिगत चुनावी चंदे के मामले में बाकी उम्मीदवारों का काफी पीछे छोड़ दिया है. गुरुवार को बर्नी के प्रचारकों ने इस बात की घोषणा की अब तक 1 मिलियन लोगों ने बर्नी सैंडर्स को व्यक्तिगत चंदे दे दिए हैं.

वार्मोंट के सीनेटर बर्नी सैंडर्स के कैंपेनर्स की ओर से कहा गया है कि जिन लोगों ने बर्नी सैंडर्स को चंदे दिये हैं. उनमें से 99.9 प्रतिशत लोग अभी और चंदे दे सकते हैं. इसमें से करीब सवा लाख डोनर्स का कहना है कि वे बर्नी सैंडर्स को लगातार चंदे देते रहेंगे.

1 मिलियन लोगों से व्यक्तिगत चंदे मिलने के बाद बर्नी सैंडर्स डेमोक्रेटिक पार्टी से एकमात्र ऐसे दावेदार हैं जिनके पास डोनाल्ड ट्रंप से ज़्यादा समर्थक हो चुके हैं. इस बात की जानकारी बर्नी सैंडर्स के कैंपेन फैज़ शाकिर ने दी.

शाकिर ने कहा ”हमारी ताकत संख्याबल है. इसलिए बर्नी सैंडर्स एकमात्र ऐसे उम्मीदवार हैं जो ये कहने में सक्षम हैं कि उनका कैंपेन वास्तव में सिर्फ ग्रासरुट लोगों के फंडिग के बूते है.

सैंडर्स को इस मुकाम तक पहुंचने में 7 महीने लगे. उन्होंने फरवरी में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. गौतलब है कि 2020 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारने के लिए डेमोक्रिटिक में प्राइमरी इलेक्शन होने वाले हैं. जिसके लिए सभी उम्मीदवार ज़ोर आज़माइश कर रहे हैं. इस चुनाव में बर्नी पूर्व उपराष्ट्रपति जॉ बिडेन, कमला हैरिस, एलिज़ाबेथ वारन के साथ डेमोक्रेटिक दावेदार हैं.

2016 के चुनाव में 1 मिलियन दानदाताओं की संख्या तक पहुंचने में हिलेरी को मार्च तक का वक्त लगा था. बर्नी उससे छह महीने पहले ही इस संख्या तक पहुंचे चुके हैं.

कौन है बर्नी सैंडर्स

बर्नी सैंडर्स अमेरिकी राजनीति में सबसे सबसे उदार चेहरा है. वे पिछले 5 साल से अमेरिकी राजनीति में बदलाव के सबसे बड़े चेहरे हैं. बर्नी खुद को समाजवादी कहते हैं. वे लंबे समय से सीनेटर रहे हैं. वे अमेरिकी सीनेटर हैं जिन्होंने अमेरिका की युद्ध नीति की लगातार मुखालफत की है.

वालमार्ट, एमाज़ोन और दूसरी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ प्रति घंटे न्यूनतम 15 डॉलर मज़दूरी की मांग को लेकर उन्होंने कई आंदोलन किए. वे बड़ी अमेरिकी कंपनियों को तोड़कर कई कंपनियों को बनवाने की वकालत कर चुके हैं. बर्नी का चुनाव पूरी तरह से व्यक्तिगत चंदे पर आधारित है. उन्होंने किसी कार्पोरेट से चंदा नहीं लिया है. वे हथियार और हाई़ड्रोकार्बन ईंधन लाबी के खिलाफ अमेरिकी की सबसे मुखर आवाज़ हैं. बर्नी सैंडर्स पर्यावरण के मसले पर बेहद संजीदा हैं.  बर्नी सैंडर्स इस चुनाव में यूनिवर्सल हेल्थकेयर, छात्रों की लोनमाफी और सस्ती शिक्षा के पक्षधर हैं.

उनके प्रशंसकों में चर्चित लेखन नोम चोमस्की शामिल हैं. 2016 के चुनाव में बर्नी सैंडर्स डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से हिलेरी क्लिंटन के साथ फ्रंट रनर थे. लेकिन प्राइमरी चुनाव के कठिन मुकाबले में वे चुनाव हार गए. बाद में विकीलिक्स ने खुलासा किया कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने हिलेरी को जीताने के लिए धांधली की थी. जिसके बाद तात्कालीन डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष वाशरमैन को हटना पड़ा था.बर्नी की लड़ाई 2016 से लगातार जारी रही. वे डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के कट्टर विरोधी हैं.