अरविंद,बालौदाबाजार। कुछ लोगों की जिंदगी भले ही चंद दिनों में खत्म हो गई हो, लेकिन उनके द्वारा किए गए समाजहित के काम हमेशा के लिए उन्हें अमर बना देते हैं. ऐसे ही काम छत्तीगसढ़ के बलौदाबाजार के साहसी और होनहार स्व. चेतन कुमार निषाद ने किया है. अब भले ही वो हमारे बीच न हो, लेकिन उनके द्वारा पेश की गई मिसाल हमेशा के लिए लोगों को याद रहेगी. स्व. चेतन कुमार निषाद को भारत सरकार द्वारा मरणोपरान्त सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक से पुरुस्कृत किया है.
बता दें कि स्व. चेतन कुमार निषाद ने साहस और इंसानियत का परिचय देते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना 19 अगस्त 2017 को शिवनाथ नदी में डूब रहे एक बच्चे की जान बचाई थी और खुद अपनी जान दे दी थी. अब जिले के कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने उनके इस साहस और नेक काम की जमकर तारीफ करते हुए आज भारत सरकार की ओर से स्व. चेतन कुमार निषाद के माता-पिता को किया सम्मानित करते हुए पदक के साथ दो लाख रूपये और प्रशस्तिपत्र से किया सम्मानित किया है.
गौरतलब है कि यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जा रहा है- सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक. इनमें से 8 लोगों को सर्वोतम जीवन रक्षा पदक दिए गए हैं जिनमें से एक नाम स्व. चेतन कुमार निषाद का भी है.
किसे दिया जाता है ये सर्वोत्म जीवन रक्षा पदक ?
यह पदक जल में डूबते हुए, अग्नि, खानों में रक्षात्मक संक्रियाओं से जीवन की रक्षा करने में, रक्षा करने वाले द्वारा प्रदर्शित कार्यवाही में अपने जीवन के लिए महान संकट की परिस्थितियों में विशिष्ट साहस के लिए प्रदान किया जाता है.