प्रमोद कुमार/कैमूर। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे अंतिम दौर में पहुंच रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है। कैमूर जिले की भभुआ विधानसभा सीट पर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बसपा सुप्रीमो मायावती की रैलियों के बीच अब राजद प्रत्याशी वीरेन्द्र कुशवाहा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि चाहे नरेंद्र मोदी आएं या मायावती भभुआ विधानसभा और बिहार की जनता ने पहले ही मन बना लिया है कि इस बार राज्य में राजद की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।

फिर से एनडीए को वोट दें

वीरेन्द्र कुशवाहा ने अपने प्रचार के दौरान जनता से संवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं के खाते में भेजे गए 10 हजार रुपये कोई उपहार नहीं बल्कि एक ऋण (Loan) के रूप में दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई महिलाओं को अभी तक वह राशि नहीं मिली है और जो मिली है वह भी एक शर्त के साथ ताकि महिलाएं फिर से एनडीए को वोट दें। लेकिन अब बिहार की महिलाएं जागरूक हो चुकी हैं। महिलाएं जानती हैं कि असली सशक्तिकरण तभी होगा जब राज्य में तेजस्वी यादव की सरकार बनेगी।

पैसे भेजें जाएंगे

राजद प्रत्याशी ने आगे कहा कि जीविका दीदी भी भलीभांति समझती हैं कि अगर बिहार में तेजस्वी यादव की सरकार आती है तो उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिलेगा और उनका मानदेय 30 हजार रुपये प्रति माह कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बनने वाली सरकार महिलाओं के लिए माई-बहन योजना लाने जा रही है, जिसके तहत हर महिला के खाते में हर महीने 2500 रुपये भेजे जाएंगे।

राजद की ही सरकार बनेगी

वीरेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जनता अब किसी प्रलोभन या झांसे में नहीं आने वाली। बिहार की जनता समझ चुकी है कि किसने रोजगार दिया और किसने वादे तोड़े। अब चाहे नरेंद्र मोदी आएं, मायावती आएं या कोई और, बिहार की जनता का फैसला तय है इस बार राजद की ही सरकार बनेगी।

बदलाव की नींव रखेगा

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके विकास के दावे केवल कागजों तक सीमित हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है। जनता अब बदलाव चाहती है और इस बार का चुनाव उसी बदलाव की नींव रखेगा।