रायपुर। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने गरीबों को नि:शुल्क वितरण के लिए केंद्र सरकार से प्राप्त राशन के चावल में धांधली करने का आरोप लगाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर पलटवार करते हुए सरकार के घोटाले के ख़ुलासे की बौखलाहट बताया है. मूणत ने कहा कि जिस धांधली को मंत्री भगत दो दिन पहले ख़ुद स्वीकार कर चुके हैं. जिसके लिए उन्होंने अपने अफ़सरों को फटकारा है. उसकी प्रभावी जांच और घपले-घोटाले पर अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखे जाने पर मंत्री भगत के पेट में मरोड़ नहीं उठना चाहिए.

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने गरीबों के राशन पर डाले जा रहे डाके पर शुरू से ही मुखर होकर इसकी जांच और इसे रोकने की मांग कर रहे हैं. इसके बाद मंत्री ने भी नि:शुल्क चावल के वितरण में धांधली होने की बात मानी थी. अब मंत्री भगत को एकाएक यह महसूस हुआ है कि केंद्र सरकार को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ को बदनाम किया जा रहा है. मंत्री भगत के इस बयान पर मूणत ने कहा कि ग़रीबों के राशन पर डाका डाले जाने की शिकायत से नहीं, बल्कि यहां की कांग्रेस सरकार के कृत्यों से छत्तीसगढ़ देशभर में बदनाम हो रहा है. मासूम बच्चियों से लेकर महिलाओं के अपहरण-तस्करी और उनसे सामूहिक दुष्कर्म और उनकी हत्या के मामलों ने छत्तीसगढ़ को बदनाम किया है.

किसानों के कर्ज़ माफ़ करने के नाम पर पाखंड, उनको बकाया बोनस नहीं देने, धान ख़रीदी में तुग़लकशाही का प्रदर्शन कर किसानों से छलावा करने, किसानों की आत्महत्या के मामलों, मरणासन्न हो चली क़ानून-व्यवस्था और गंगाजल हाथ में लेकर शराबबंदी की कसमें खाकर उससे मुकरने, बेरोज़गारों को भत्ता या रोजगार न देकर दारू भठ्ठियों में डिलीवरी ब्वॉय बनाने से छत्तीसगढ़ की देशभर में भद पिट रही है.

पूर्व मंत्री मूणत ने कहा कि यदि छत्तीसगढ़ की बदनामी को लेकर मंत्री भगत इतने ही संवेदनशील हैं, तो अपनी प्रदेश सरकार को अच्छे कर्म करने के लिए प्रेरित करें. जनकल्याणकारी योजनाओं में राजनीतिक द्वेष से परे होकर और कमीशनखोरी के मोह को छोड़कर काम करने की नैतिकता दिखाने की सीख प्रदेश सरकार को दें.

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