रायपुर. भागीरथी नल-जल योजना प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है. जिसके लिए राज्य को केन्द्र सरकार से पुरस्कार भी मिल चुका है. भागीरथी नल-जल योजना के तहत गरीब परिवारोंं को नि:शुल्क नल कनेक्शन दिया जाता है. लेकिन ठेकेदार और जनप्रतिनिधियों की मिली-भगत से इसमें कमीशनखोरी का खेल खुलेआम चल रहा है. जिसमें एक-एक व्यक्ति से कनेक्शन देने के नाम पर दस से बारह हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं.
ताजा मामला रायपुर के वामनराव लाखे वार्ड का है ,जहां के लोगों ने शिकायत की है कि उनसे भागीरथी नल-जल योजना के तहत नल कनेक्शन लगाने के लिए हजारों रुपए लिए जा रहे हैं और उसकी रसीद तक नहीं दी जा रही है. जबकि कनेक्शन नि:शुल्क लगाने का प्रावधान है. और ये हालात राजधानी के कई वार्डों का है. वामनराव लाखे वार्ड के पार्षद रमेश सिंह ठाकुर ने इस तरह की किसी भी गडबड़ी से इंकार किया है. वहीं लोगों ने पार्षद पर भी सवाल उठाए हैं. महापौर प्रमोद दुबे ने इस मामले में कड़ी कारवाई की बात कही है.