Bhai Dooj 2025 : दीपावली और गोवर्धन पूजा के बाद कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाने वाला भाई दूज, भाई-बहन के स्नेह और प्रेम का प्रतीक पर्व है। इस तिथि का यमराज से विशेष संबंध होने के कारण इसे यमद्वितीया भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक कर उनके दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना करती हैं। जो भाई इस दिन बहन के घर जाकर तिलक करवाता और भोजन ग्रहण करता है, उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती।

भाई दूज 2025 का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि 23 अक्टूबर की रात 10:46 बजे तक रहेगी. इस वर्ष बहनों के पास तिलक और पूजन के लिए 2 घंटे 15 मिनट का विशेष शुभ अवसर रहेगा.
आयुष्मान योग का शुभ संयोग
इस बार भाई दूज के दिन आयुष्मान योग बन रहा है, जो 24 अक्टूबर की सुबह 5 बजे तक रहेगा. धार्मिक मान्यता है कि इस योग में यम देव की पूजा करने से साधक को निर्भयता और दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
शिववास योग का विशेष महत्व
इस साल भाई दूज पर शिववास योग भी बन रहा है, जो 23 अक्टूबर की रात 10:46 बजे तक रहेगा. ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, इस अवधि में भगवान शिव कैलाश पर्वत पर माता पार्वती के साथ निवास करते हैं. इस योग में शिव परिवार की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पारिवारिक सौहार्द बढ़ता है.
धार्मिक कथा
पुराणों के अनुसार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर मिलने गए थे. यमुना ने उनका विधिवत स्वागत कर पूजा-अर्चना की और भोजन कराया. प्रसन्न होकर यमराज ने आशीर्वाद दिया कि जो बहन इस दिन अपने भाई का सत्कार करेगी, उसका भाई लंबी आयु और सुखी जीवन प्राप्त करेगा. तभी से यह परंपरा भाई दूज के रूप में मनाई जाती है.
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