रायपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे संघ के सरकार्य़वाह भैयाजी जोशी ने म्यांमार से खदेड़े गए रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर कहा कि- रोहिंग्या जहां से आए वहां हिंदुओं की हत्या हुई है. म्यांमार की सरकार ने उन्हें खदेड़ा, लेकिन उन्हें देश में आश्रय दिया जाए, इस पर विचार करने की बजाए रोहिंग्या मुसलमानों को देश के बाहर किया जाए, ये आवश्यक है. इसे हिन्दू मुसलमान के विभाजन के तौर पर नहीं बल्कि देशभक्त और देशद्रोही के विभाजन के रूप में देखा जाना चाहिए.
विजयादशमी के मौके पर प्रतिवर्ष निकाले जाने वाले पथसंचलन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए भैयाजी जोशी ने सेना को पर्याप्त सुविधाएं दिए जाने की वकालत करते हुए कहा कि सेना को मजबूत किए जाने की जरूरत है. हमारी सेना सीमा पर मुस्तैदी से खड़ी हैं. उन्हें आधुनिक हथियार मुहैया हो, किसी तरह की कोई कमी ना आए, यह व्यवस्था करना शासन का काम है. उनका मनोबल बढ़ाने का काम हम सबका है. लेकिन कुछ राजनेता उनका मनोबल तोड़ने की कोशिश करते हैं.
भैयाजी जोशी ने कहा कि हमने नौ दिन उस शक्ति की अराधना की है, जो आसुरी शक्तियों का वध करने वाली मां हैं. हमारे देवी-देवताओं ने कभी शस्त्र का दुरूपयोग नहीं किया है. वे विध्वंस नहीं, बल्कि संरक्षक रहे हैं. आत्म सुरक्षा और आत्मसम्मान के लिए शस्त्र जरूरी है. विश्व उसी का सम्मान करता है, जो शक्तिशाली होता है. उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व विश्व मंगल और कल्याण की कामना करता है. हमारी विचारधारा संकुचित नहीं है. हम जब भी बाहर गए शस्त्र नहीं बल्कि शास्त्र लेकर गए. भैयाजी जोशी ने कहा कि विश्व का हर हिन्दू अपने को भारत का मानता है, इसलिए हिन्दू और भारत एक दूसरे के पर्याय हैं. भारत का जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तो हिन्दूओं का इतिहास लिखा जाएगा. भारत की हर एक चीज हिन्दुत्व से जुड़ी है. इसे अलग नहीं किया जा सकता भारत का चिंतन सर्वकालिक और सबके कल्याण के लिए है. हम केवल मनुष्य के लिए नहीं बल्कि सबके कल्याण के लिए हैं. हमारे सभी मूल्य वैज्ञानिक हैं. कर्मकांड केवल पूजा नहीं, बल्कि उसके वैज्ञानिक आधार भी हैं. उन्होंने कहा कि भारत को कभी कोई बांट नहीं सकता. ना भाषा के आधार पर और ना ही भौगालिक सीमा के आधार पर. संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि भारत में इस वक्त उद्योगों के सामने संकत की स्ठिटि बन गई है. विदेशी वस्तुओं का हम उपयोग ना करें, इस पर विचार किए जाने की जरूरत है. हमें बाजार जाते समय यह देखना चाहिए कि सामान किस देश का बना हुआ है. उन्होंने कहा कि देश के आर्थिक तंत्र में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ प्रयोग किया है. अब छोटे उद्योगों के बारे में भी बड़े कदम उठाने की जरूरत है. लघु उद्योग के लिए काम करने की जरूरत है.
किसान आत्महत्या करता है, तो क्या इसे रोकने का साधन कर्ज माफी नहीं है- भैयाजी जोशी
भैयाजी जोशी ने कहा कि कृषि नीति में संतुलन बन पाया है. इस पर समय रहते विचार करने की आवश्यकता है. रासायनिक खाद्य के उपयोग को कम करने की जरूरत है. भारत हमेशा से ही जैविक खेती का समर्थक रहा है. दुनिया को इस मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने की जिम्मेदारी भारत की है. उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या करता है, तो क्या इसे रोकने का साधन कर्ज माफी नहीं है. इस वक्त किसानों को आर्थिक स्वावलंबन की तरफ ले जाने वाले मूल्य निर्धारण की जरूरत है. कड़े कदम उठाने की जरूरत है. कठिनाई आएगी, लेकिन करना होगा.
जोशी ने कहा कि गौरक्षा केवल धार्मिक कारण नहीं अर्थव्यवस्था से जुड़ा है. इसे देश के विकास से जोड़कर देखना होगा. ये किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. इस्लाम मे कई लोग अब इसके समर्थन में सामने आए हैं. गौरक्षा रोकने का काम सरकार और समाज का है लेकिन इसके नाम पर किसी की प्रताड़ना नही होनी चाहिए ये कड़ाई से रोकना सरकार का काम है इसे कड़ाई से करना चाहिए. देश में सफाई का अभियान चलाया हुआ है. इसमें जन सहभागिता जरूरी है. सबको इसके लिए संकल्प लेना चाहिए.
भैयाजी जोशी के व्याख्यान के पहले संघ के स्वयंसेवक पथ संचलन शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए आउटडोर स्टेडियम पहुंचा, जहां स्वयंसेवकों ने शारीरिक व्यायाम का प्रदर्शन किया. समारोह में मुख्यमंत्री रमन सिंह मंत्री, दयालदास बघेल, राजेश मूणत रमशीला साहू, सांसद रमेश बैस, अभिषेक सिंह, विधायक नवीन मार्कण्डेय, श्रीचंद सुंदरानी, पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडेय समेत कई विशिष्टजन शामिल हुए. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्रीचंद सुंदरानी, सीएसआईडीसी चेयरमेन छगन मूंदड़ा समेत बीजेपी के कई चेहरे संघ के परिधान पहन पथ संचलन करते दिखे.