न‌ई दिल्ली. मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. सियासी गलियारों में ये चर्चा है कि कन्हैया मित्तल हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से पंचकूला से टिकट चाहते थे, लेकिन टिकट न मिलने से कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. हालांकि अपने वीडियो में मित्तल ने इस बात का खंडन किया है. कन्हैया मित्तल ने कहा कि भाजपा से उनका कोई मतभेद नहीं है, न ही मनभेद है. उन्होंने जो राम को लाए हैं गाना सीएम योगी के लिए गाया था. इस गाने में भाजपा की बात नहीं है. वो हमेशा हमारे गुरु महाराज रहे हैं और रहेंगे. बता दें कि खाटू श्याम के भजन गाने से मशहूर हुए कन्हैया मित्तल ने राम मंदिर को लेकर एक गाना गाया था, जो चुनाव के समय काफी मशहूर हुआ था. ये गाना था जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएंगे.

कन्हैया मित्तल ने फेसबुक पर रविवार को अपना एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें मित्तल ने अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में बताया है. मित्तल ने कहा कि वो इस वक्त मेहंदीपुर बालाजी में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं. रविवार सुबह उनके पास उनके एक मित्र का फोन आया. उन्होंने अपने मन की बात मित्र को बताई. इसमें उन्होंने बताया कि हो सकता है कि वो कांग्रेस में शामिल हो जाएं. मित्तल ने कहा कि सनातन की बात करने वाला एक ही दल न हो, हर दल में ऐसा करने वाले हों. इसलिए इच्छा हुई कि हम कांग्रेस में शामिल हों. कुछ लोग कह रहे हैं कि पंचकूला विधानसभा सीट से भाजपा ने टिकट नहीं दिया इसलिए कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. अगर टिकट चाहिए होता तो कुछ लोगों से संपर्क साधता, लेकिन उनकी सोच अलग है. उन्होंने कभी नहीं कहा कि भाजपा को वोट दो, हमने हमेशा यही कहा है कि जो सनातन का साथ दे, जो हिन्दू हित की बात करे, उसे वोट दो.

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‘एक मां के दो बेटे भी अलग-अलग दलों में हैं, तो उससे मां नहीं बदलती’

कन्हैया मित्तल ने कहा कि हम कहीं भी सनातन के लिए काम कर सकते हैं. जरूरी नहीं है कि सिर्फ एक ही दल में ही रहकर ये काम करें. मित्तल ने भाजपा से दूरी बनाने का भरसक प्रयास किया. मित्तल ने सफाई में कहा कि वो मूल रूप से कभी भाजपा में थे ही नहीं. उन्हें गाने के लिए बुलाया जाता था, उस गाने में कहीं भी भाजपा का नाम नहीं है. हमने उनके लिए ये गाना गाया था. सीएम योगी आदित्यनाथ हमारे गुरु हैं, महाराज हैं, आज भी हैं, कल भी रहेंगे. फिर चाहे वो किसी भी दल में रहें. एक मां के दो बेटे अलग-अलग दलों में भी हैं. तो उससे मां नहीं बदलती.

पिता ने भजन गाने के बदले पैसा मांगने से से किया था मना

बता दें कि पंजाब हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में कन्हैया मित्तल का 21 सितंबर 1990 को जन्म हुआ है. 12 साल की उम्र से ही कन्हैया मित्तल भजन गाने लगे थे. यूपी सीएम योगी के अलावा पीएम मोदी, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी कन्हैया मित्तल के भजनों की खूब प्रशंसा की है. छोटी उम्र में तमाम मंचों पर भक्तिपूर्ण गाना गाने वाले कन्हैया मित्तल को पहचान खाटू श्याम से जुड़े उनके गानों की वजह से मिली. कन्हैया मित्तल के पिता कारोबारी थे और उन्हें भजन गाने के बदले पैसा मांगने से मना करते थे. साल 2017 तक कन्हैया मित्तल ने भजनों के बदले पैसा नहीं लिया. कन्हैया मित्तल की पत्नी का नाम महक और बेटों का नाम श्याम और तेजस मित्तल है. कन्हैया मित्तल को हाल ही में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत चंडीगढ़ नगर निगम का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया था. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कन्हैया मित्तल का सम्मान किया है. कन्हैया मित्तल को भक्तिमय भजनों के लिए दिव्य सम्मान मिला है. सोशल मीडिया पर भी कन्हैया मित्तल खूब सक्रिय हैं. यूट्यूब पर कन्हैया मित्तल के 20 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और इंस्टाग्राम पर इनकी तादाद 10 लाख से ज्यादा है.