राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर। भानुप्रतापपुर उप चुनाव के लिए 5 दिसंबर को पड़ने वाले वोट से पहले चुनावी गहमागहमी के बीच जिले का मुद्दा जोर पकड़ रहा है. नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों में “जिला नहीं तो वोट नहीं” का बैनर और पॉम्फ्लेट लटक रहा है, वहीं दूसरी ओर लोकल व्हाट्सएप ग्रुप में जिला बनाने का मुद्दा ट्रेंड कर रहा है. इसे भी पढ़ें : बड़ी खबर : भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी नेताम को गिरफ्तार करने पहुंची झारखंड पुलिस, दर्ज है दुष्कर्म का मामला…
चुनाव के दौरान एक बार फिर भानुप्रतापपुर को जिला बनाने का मुद्दा जोर पकड़ लिया है. बीते कई वर्षों से जिले की बाट जोह रहे भानुप्रतापपुर के निवासियों को उम्मीद है कि खैरागढ़ की तरह इस उप चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भानुप्रतापपुर को जिला बनाने की घोषणा करेंगे. इसके लिए चुनाव प्रचार में उनसे भेंट-मुलाकात की तैयारी की जा रही है.
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सरकार के सामने रख रहे मांग
जिले की मांग को लेकर नगर के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों में “जिला नहीं तो वोट नहीं” के बैनर लगाए हैं. इसके जरिए भानुप्रतापपुर क्षेत्र के लोग सरकार को यह बताना चाह रहे हैं कि यदि इस बार भानुप्रतापपुर को जिला नहीं बनाया गया तो वे अपना मत नहीं देंगे. अब भानुप्रतापपुर जिला बनेगा या नहीं, यह तो आने वाला कल ही बताएगा, लेकिन आम मतदाताओं की इस मांग ने सरकार के सामने एक विकट स्थिति पैदा कर दी है.
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