नेहा केसरवानी, रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भानुप्रपातपुर उपचुनाव को लेकर बताया कि आज प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में जो भी नाम तय होगा, उसे हाईकमान के पास भेज देंगे. कल तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाएगी. 16-17 नवंबर को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नामांकन दाखिल करेंगे.
मोहन मरकाम ने कहा कि पिछले चार उपचुनाव की तरह हम यहां भी हम चुनाव जीतेंगे. कार्यकर्ताओं के माध्यम से हम जनता के बीच जाएंगे. हमें उम्मीद है भानुप्रतापपुर की जनता हमारे प्रत्याशी को जिताएंगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लगातार छत्तीसगढ़ के विकास और प्रगति उन्नति के लिए लगी है. विकास के एजेंडे को लेकर जनता के बीच जाएंगे, और हमें सफलता मिलेगी.
आदिवासी नेताओं से करेंगे बात
वहीं भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में सर्व आदिवासी समाज द्वारा हर गांव से प्रत्याशी उतारे जाने को लेकर कहा कि हमारी सरकार आदिवासी समाज के लिए कटिबद्ध है. जो हम कहते हैं वह पूरा करते हैं. यदि आदिवासी समाज प्रत्याशी खड़े करते हैं, तो आदिवासी नेताओं से भी बात करेंगे. उनका क्या मुद्दा है, किन मुद्दों पर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं. अगर उनकी कोई समस्या है तो उन समस्याओं का निराकरण करने के लिए सरकार कटिबद्ध हैं.
मोहन भागवत न बिगाड़े छत्तीसगढ़ का माहौल
इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर मोहन मरकाम ने कहा कि उनका स्वागत है, लेकिन सामाजिक सौहार्द ना बिगाड़े. बीजेपी और आरएसएस का हिडन एजेंडा होता हैं, फूट डालो और राज करो का. मोहन भागवत के आने से कोई परहेज नहीं है, मगर वो जब आते है एक शंका बनी रहती हैं. जब-जब चुनाव नजदीक आता है, उन राज्यों का दौरा करके अपने एजेंडे में काम करते हैं.
वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है भाजपा-आरएसएस
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरा में हम सब भाई चारे के साथ रहते हैं, मिलजुल कर रहते हैं.जिस तरह से बीजेपी छत्तीसगढ़ में 15 साल राज करने के बाद 14 सीट पर सिमट कर रह गई थी. आने वाले समय में दूर-दूर तक नही दिख रहा है कि वो सरकार पर आ पाएगी. बीजेपी और आरएसएस आपस में लड़ाकर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है.