खास बात ये है कि इस बंद का समर्थन करते हुए ट्रांसपोर्ट सेक्टर के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफ़ेयर एसोसिएशन ने भी 26 फ़रवरी को देश भर में गाड़ियों के चक्का जाम करने की घोषणा की है। महाराष्ट्र के नागपुर में आज से कैट का तीन दिवसीय राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन शुरू हो रहा है। इसमें देश के सभी राज्यों के दो सौ से अधिक व्यापारी नेताओं ने संयुक्त रूप से शिरकत की है। इस बंद का समर्थन कैट के अंतगर्त आने वाले देश के 8 करोड़ से ज्यादा कारोबारी करेंगे। वहीं ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफ़ेयर एसोसिएशन भी इस बंद में शामिल होगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफ़ेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने जीएसटी काउन्सिल द्वारा जीएसटी के स्वरूप को अपने फ़ायदे के लिए विकृत करने का आरोप लगाते हुए कहा की जीएसटी पूरी तरह से एक फेल कर प्रणाली है। सरकार ने जीएसटी के मूल स्वरूप के साथ खिलवाड़ किया है । सभी राज्य सरकारें अपने निहित स्वार्थों के प्रति ज़्यादा चिंतित है और उन्हें कर प्रणाली के सरलीकरण क़ी कोई चिंता नहीं है। देश के व्यापारी व्यापार करने की बजाय जीएसटी कानून का पालन करने में दिन भर जुटे रहते हैं जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।