Bharat Bandh Updates: एससी एसटी आरक्षण के फैसले के विरोध में विभिन्न संगठनों ने आज भारत बंद (Bharat Bandh Today News) का आह्वान किया है। इस आव्हान के बाद पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। मध्य प्रदेश में भी इस बंद का मिला जिला असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कुछ जिलों में इस बंद का समर्थन किया गया है जहां स्कूलों से लेकर कई बड़े संस्थान पर ताला लटका है। वहीं कई क्षत्रे ऐसे हैं जहां पर दुकानें खुली हैं और इसका ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है। 

जबरन बंद नहीं कराएंगे: SP  

कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने  के खिलाफ दलित संगठन आज 21 अगस्त को भारत बंद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर “संपूर्ण भारत बंद’ का खूब प्रचार प्रसार किया जा रहा है। ग्वालियर में इस भारत बंद की कमान बहुजन समाज पार्टी संभाल रही है। इस बंद को अन्य दलित संगठन भी अपना समर्थन दे रहे हैं। आंदोलन की तैयारी कर रहे दलित नेताओं का दावा है कि इस भारत बंद को ओबीसी के साथ सवर्ण समाज के संगठन भी सपोर्ट कर रहे है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इनके लेटर वायरल किए जा रहे हैं। बिल्कुल 2 अप्रैल 2018 जैसे हालात हैं। इसलिए पुलिस अलर्ट मोड पर है।  SP धर्मवीर सिंह ने बताया कि ग्वालियर में 03 हजार पुलिस जवान और अफसर तैनात किए जा रहे हैं। रात से ही पुलिस की 50 मोबाइल पार्टी सर्चिंग कर रही है।SP ग्वालियर धर्मवीर सिंह का कहना है कि जबरिया बंद नहीं कराया जाएगा। अगर कराया तो एक्शन होगा,शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकालने की परमिशन कुछ संगठनों को दी है,जिसमें उनका कलेक्ट्रेट में ज्ञापन भी शामिल है।

भारत बंद का व्यापारियों ने किया समर्थन

मनीष जायसवाल, बुरहानपुर। क्रिमीलेयर लागू करने  के विरोध में अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों के किए गए भारत बंद को जिले के व्यापारी वर्ग ने अपना सर्मथन दिया है। बुरहानपुर सहित नेपानगर, शाहपुर और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से ही बंद रहे। बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ साथ रेहडी संचालको ने भी अपनी दुकानों को बंद रखा। बाजारों मे सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा। संगठनों बने बुरहानपुर सहित अन्य क्षेत्रों में एक दिन पहले सभी व्यापारियों से बंद का समर्थन करने की मांग की थी। अति आवश्यक वस्तुओं में मेडिकल, दूध और स्कूलों को बंद से बाहर रखा गया था।

सड़कों पर ट्रैफिक सुचारू

इंदौर की सड़कों पर सभी बाजार खुले हुए हैं और ट्रैफिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल रही है। इंदौर में कहीं पर भी भारत बंद का असर नहीं है। मप्र में कई शहरों में स्कूलों को सुरक्षा के तौर पर बंद रखा गया है और कई जगह बसों को भी बंद किया गया है। आदिवासी संगठनों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यह कदम उठाए गए हैं। इंदौर में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है। इंदौर में स्कूल, कालेज चालू हैं। बाजार भी खुले हुए हैं और बसें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी चालू हैं।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m