पटना। बिहार कांग्रेस ने भारतीय सरकार की विदेश नीति और रक्षा रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि भारत की सीमा पर सीजफायर (युद्धविराम) का निर्णय अब भारत सरकार नहीं, बल्कि अमेरिका द्वारा लिया जा रहा है। बिहार कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज करते हुए यह सवाल किया कि क्या अब ’56 इंच’ का सीना भी विदेश नीति में डिस्काउंट पर बेचा जा रहा है?

कांग्रेस का आरोप

कांग्रेस के नेताओं ने यह दावा किया कि भारत के पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों में जो अस्थिरता और तनाव बना हुआ है, उसके बीच सरकार की विदेश नीति और रणनीतिक फैसले पूरी तरह से अमेरिका के दबाव में लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पर तनाव और संघर्ष के समय, अमेरिका का प्रभाव बढ़ रहा है, जो कि भारत की स्वतंत्र नीति को प्रभावित कर रहा है।

सरकार ने अमेरिका के दबाव में स्वीकार किया

कांग्रेस ने विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ युद्धविराम की स्थिति का हवाला दिया, जिसे भारत सरकार ने अमेरिका के दबाव में स्वीकार किया है। पार्टी ने यह सवाल किया कि क्या सरकार अब अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित रखने के बजाय विदेशी दबाव में आकर फैसले लेने लगी है।

56 इंच पर कसा तंज

कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने ‘56 इंच की छाती’ का दावा किया था, जो कि अब विदेश नीति के संदर्भ में मात्र दिखावा साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो मजबूत विदेश नीति का दावा किया था, वह अब अमेरिका के दबाव में कमजोर हो गया है।

कांग्रेस ने क्या कहा

कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर भारत को अपनी रणनीतिक स्वायत्तता बनाए रखनी है तो उसे अमेरिका की राजनीतिक और सैन्य दबाव से बाहर निकलना होगा। बिहार कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि सीमा पर सीजफायर का निर्णय एक महत्वपूर्ण रक्षा और सुरक्षा मुद्दा है, जिसे पूरी तरह से भारतीय सरकार द्वारा ही लिया जाना चाहिए, न कि किसी विदेशी शक्ति के दबाव में।

विदेश नीति पर संदेह?

कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने कई महत्वपूर्ण विदेश नीति फैसलों में अमेरिका की धुरी पर ध्यान केंद्रित किया है। कांग्रेस के अनुसार, यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है, क्योंकि भारत को अपनी स्वतंत्र विदेश नीति बनाए रखनी चाहिए, ताकि वह अपने राष्ट्रीय हितों को सुनिश्चित कर सके।

प्रधानमंत्री मोदी से स्पष्टता की मांग

कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विदेश नीति के संदर्भ में किए गए समझौतों और फैसलों से भारत की शक्ति और प्रतिष्ठा में कमी आई है। पार्टी ने भारत की रक्षा और सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से स्पष्टता की मांग की है।

कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकारा

इस बयान के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिहार कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकारा किया है। BJP ने कहा कि भारत की सुरक्षा और विदेश नीति हमेशा से मजबूत रही है और कोई भी निर्णय भारत के राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। BJP के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि भारत आज एक ताकतवर और सम्मानित देश बन चुका है, और प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता ने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी है।

सरकार ने इसका जवाब दिया

बिहार कांग्रेस का यह आरोप एक बार फिर भारतीय विदेश नीति पर गंभीर सवाल उठाता है। हालांकि सरकार ने इसका जवाब दिया है, लेकिन यह बात साफ है कि भारतीय राजनीति में विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अब भी गंभीर चर्चा जारी है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले समय में यह मुद्दा और भी गर्म हो सकता है, खासकर आगामी चुनावों को लेकर।