दिल्ली. जाने-माने असमिया गायक भूपेन हजारिका के बेटे ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में इस साल मोदी सरकार की ओर से मिलने वाले ‘भारत रत्न’ अवार्ड को लेने से इनकार कर दिया है।
अमेरिका में रहने वाले भूपेन हजारिका के बेटे तेज हजारिका ने कहा कि नागरिकता विधेयक के कारण राज्य में पैदा हुई मौजूदा परिस्थिति में यह अवार्ड लेना सही नहीं है।
तेज ने कहा कि यदि भूपेन हजारिका जीवित होते तो वह मौजूदा हालात में ‘भारत रत्न’ नहीं लेते। उनका बेटा होने के नाते मैं भी असम के लोगों के लिए कम से कम इतना तो कर ही सकता हूं। हालांकि, भूपेन हजारिका के परिवार में इस मुद्दे पर आम राय नहीं है। उनके भाई समर ने कहा कि ‘भारत रत्न’ नहीं लेने का फैसला किसी एक व्यक्ति की ओर से नहीं किया जा सकता।
वहीं, भूपेन हजारिका के छोटे भाई जयंत की पत्नी और गायिका मनीषा हजारिका ने कहा कि भूपेन दा किसी एक व्यक्ति या परिवार के नहीं थे। वह पूरे देश के लिए भूपेन दा हैं। उनके लिए घोषित अवार्ड को लेने या नहीं लेने का फैसला कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता है। केंद्र सरकार ने 25 जनवरी को भूपेन हजारिका, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और समाजसेवी नानाजी देशमुख को इस साल का ‘भारत रत्न’ अवार्ड देने की घोषणा की थी।