रायपुर। कला की दुनिया में समर्पण और सूक्ष्मता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए भिलाई निवासी 55 वर्षीय अंकुश देवांगन ने एक बार फिर सबका ध्यान अपनी अनूठी रचना से आकर्षित किया है। उन्होंने संगमरमर के बेहद छोटे टुकड़े पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति-लघु प्रतिमा उकेरी है, जिसे देखने के लिए एक विशेष माइक्रोस्कोपिक लेंस लगाया गया है। यह प्रतिमा उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान भेंट की।

अंकुश देवांगन द्वारा भेंट किया गया यह विशेष फ्रेम न केवल मोदी जी की सूक्ष्म प्रतिमा से सुसज्जित है, बल्कि इसके पीछे अयोध्या के श्री रामलला मंदिर की भव्य प्रतिकृति भी अंकित है। फ्रेम को देखकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गहरा उत्साह व्यक्त करते हुए कहा- “यह केवल एक कला-कृति नहीं, बल्कि समर्पण, धैर्य और श्रद्धा का प्रतीक है। अंकुश जी ने प्रधानमंत्री जी के प्रति अपनी भावना को जिस सटीकता से व्यक्त किया है, वह वास्तव में प्रेरणादायक है।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ऐसे प्रतिभाशाली कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तर पर विशेष प्रदर्शनी आयोजित करेगी। उन्होंने इस फ्रेम को अपने कार्यालय में विशेष स्थान पर रखने की घोषणा भी की।

दो महीने की मेहनत, आधे सेंटीमीटर में चमत्कार

अंकुश देवांगन ने बताया कि संगमरमर के आधे सेंटीमीटर आकार के टुकड़े पर प्रतिमा बनाने में उन्हें करीब दो महीने का समय लगा। दिन में वे भिलाई स्टील प्लांट में एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंट के पद पर कार्य करते हैं, जबकि रात में कला-साधना में जुटे रहते हैं।
उन्होंने कहा, “मोदी जी ने राम मंदिर का सपना साकार किया, इसलिए मैंने दोनों मोदी जी और राम मंदिर को एक ही फ्रेम में स्थान दिया। यह मेरा श्रद्धा से भरा छोटा-सा प्रयास है।”

बचपन से रही लघु कला में रुचि

अंकुश देवांगन का कला-सफर बचपन में ही शुरू हो गया था। 10 वर्ष की उम्र में उन्होंने पहली बार लकड़ी से एक छोटा-सा खिलौना बनाया था। इसके बाद उन्होंने धातु, मिट्टी और पत्थर जैसे माध्यमों पर प्रयोग किए। पिछले 45 वर्षों से वे माइक्रो आर्ट के क्षेत्र में निरंतर नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। उनकी लघु कलाकृतियाँ पहले भी कई प्रदर्शनी में प्रदर्शित हो चुकी हैं और कला-प्रेमियों द्वारा सराही गई हैं।

अगला लक्ष्य: दुनिया की सबसे छोटी राम सेतु प्रतिकृति

अपनी नई योजना के बारे में बताते हुए अंकुश देवांगन ने मुस्कुराते हुए कहा, “अब मेरा सपना है दुनिया की सबसे छोटी राम सेतु प्रतिकृति बनाना। जब तक हाथ चलते रहेंगे, कुछ नया बनता रहेगा।”

जनदर्शन कार्यक्रम में जहां आम लोग अपनी समस्याएँ लेकर पहुंचे थे, वहीं अंकुश देवांगन अपनी कला लेकर आए और उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उनके समर्पण को ‘छत्तीसगढ़ की सच्ची कला-धरोहर’ बताते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

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