रायपुर। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ की सियासत गर्म है. विपक्ष की ओर इस मुद्दे पर जहां वार जारी है, तो सत्ता पक्ष की ओर से पलटवार. इसी मुद्दे के बीच शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजीव भवन में प्रेसवार्ता कर भिलाई स्थित देहली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) का मामला भी उठाया. बघेल ने आरोप लगाया है कि राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही है, लेकिन सरकार इन घटनाओं को रोक पाने में विफल रही है. चोरी, लूट, हत्या जैसी घटनाएं तो आम हो गई है, सामूहिक दुष्कर्म की घनटाएं भी निरंतर घटित हो रही है.

उन्होंने आरोप लगाया कि भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन की ओर से संचालित डीपीएस स्कूल में एक चार साल की बच्ची के साथ करीब दो महीने पहले दुराचार की घटना हुई है. इस घटना को दुर्ग पुलिस की ओर से पूरी तरह से दबाने की कोशिश की गई है. दुर्ग पुलिस की भूमिका इस मामले में बेहद संदिग्ध है. पुलिस के साथ-साथ बीएसपी प्रबंधन और स्कूल के प्राचार्य की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. बच्ची के परिजन भी दबाव में है. दुर्ग एसपी ने मामले की जानकारी होने के बाद भी अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है. वहीं इस मामले में की जानकारी सरकार को भी है. क्योंकि भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से महिला एवं बाल विकास मंत्री को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा गया है. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार से हमारी मांग है कि दुर्ग एसपी को हटाकर तत्काल इसकी जांच कोर्ट की निगरानी में कराई जानी चाहिए.

राजनीति न करे भूपेश बघेल, कांग्रेस सरकार में थी व्यवस्था खराब : अनुराग सिंहदेव

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता अनुराग सिंह ने कहा कि इस मामले में भूपेश बघेल को राजनीति नहीं करनी चाहिए. संवेदनशील मामलों में कानून अपना काम सख्ती से करती है. और रहा सवाल कानून व्यवस्था को लेकर तो प्रदेश में कानून का राज है, साय सरकार का सुशासन है. कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था का हाल कैसा था किसी से छिपा नहीं है. कांग्रेस सरकार में तो किसी भी मामले में सुनवाई ही नहीं होती थी. सबसे खराब व्यवस्था कांग्रेस की सरकार में थी. भूपेश बघेल को अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए.