रायपुर। भिलाई स्टील प्लांट के कोको वन में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है. कोको वन के नेप्थलीन स्टोरेज में भीषण आग लगी है. आग लगने के बाद मौके पर भिलाई स्टील प्लांट के फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर आग बुझाने की कवायद में लगी है. बताया जा रहा है कि आज सुबह से ही आग लगी है. आग इतनी भयानक है कि भिलाई स्टील प्लांट की 10 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई है. आग की जानकारी लगते ही पूरे प्लांट और प्रशासनिक हल्कों में हड़कंप मच गया है.

सीएम ने दिये सहायता के निर्देश

आग की जानकारी लगने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आग को नियंत्रित करने के लिए दुर्ग जिले के कलेक्टर को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिये हैं. वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर से तत्काल अग्नि शमन वाहन और एम्बुलेंस भिलाई के लिये रवाना हो गयी है.

कर्मियों की कमी बन रही हादसों की वजह

जानकारी के मुताबिक बीएसपी का कोको वन काफी सेंसेटिव क्षेत्र है, यहां पर ऐसे कई एलीमेंट हैं जो कि ज्वलनशील है. जिसकी वजह से इस क्षेत्र पर लगातार निगरानी रखा जाना आवश्यक है लेकिन प्लांट में कर्मचारियों की कमी की वजह से यहां सतत निगरानी नहीं हो पा रही है.

देखिये वीडियो …

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=aIKj1bMXQlc[/embedyt]

आग के पीछे यह हो सकती है वजह

भिलाई सहित पूरे छत्तीसगढ़ में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. आशंका जताई जा रही है कि भीषण गर्मी की वजह से ही यहां पर आग लगी है. नेप्थलीन वैसे भी ज्वलनशील पदार्थ है और गर्मी की वजह से आग तेजी से फैलती गई और देखते ही देखते पूरे स्टोर को अपने चपेट में ले लिया. हालांकि आग कैसे लगी है यह स्पष्ट तौर पर कोई भी नहीं बता पा रहा है. मामले की जांच के बाद ही आग लगने की सही वजह पता चल पाएगी.

बड़ी संख्या में ज्वलनशील पदार्थ मौजूद

यहां पर बड़ी मात्रा में नेप्थलीन मौजूद है. दमकल कर्मी इस कवायद में लगे हुए हैं कि यह आग बाहर न फैले. अगर बाहरी हिस्से में आग पहुंचती है तो एक बड़ा हादसा हो सकता है. इसकी वजह यह है कि यहां पर बड़ी संख्या में ज्वलनशील कोक, बेंजमिन, सोडियम जैसी वस्तुओं का भंडार मौजूद है.

14 कर्मियों की जलने से हुई थी मौत

आपको बता दें पिछले साल 9 अक्टूबर 2018 को कोको वन की बैटरी नंबर 11 की गैस पाइप लाइन में काम करने के दौरान ब्लास्ट हो गया था. इस ब्लास्ट में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों समेत 14 संयंत्र कर्मियों की जलने से मौत हो गई थी. कुछ शवों की हालत ऐसी हो गई थी कि उनकी पहचान तक करना मुश्किल हो गया था जिसकी वजह से प्रशासन ने उनका डीएनए टेस्ट करवाया था. जिसके बाद ही उनके शव परिजनों को सौंपे गए थे. इस मामले में इस्पात मंत्रालय ने बीएसपी के सीईओ एम रवि को पद मुक्त करने के साथ ही 2 अन्य अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था.

देखिये वीडियो …

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=wQQpjQDkhHk[/embedyt]