एन.के.भटेले,भिंड। शिक्षक समाज को दिशा देने का काम करते हैं. ये नई पीढ़ी को पढ़ा लिखकर सभ्य समाज का निर्माण करने में अपनी भूमिका निभाते हैं. बच्चों को सामाजिक और पारिवारिक संस्कार देने में उनकी अहम भूमिका होती है, लेकिन लंब समय तक भिण्ड ज़िले में सरकारी शिक्षक रहीं 75 वर्षीय बुद्धन शर्मा अपने ही बेटे और बहू से घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार की शिकार हो रहीं हैं. उनका अपना बेटा इस उमर में उन्हें उनके ही घर से निकालने का प्रयास करता है. मारपीट करता है. बुजुर्ग रिटायर्ड शिक्षिका मां आज मजबूरन पुलिस के आगे मदद के हाथ फैला रही है.
भिण्ड के गोहद कस्वे के वार्ड 7 में रहने वाली बुजुर्ग बुद्धन शर्मा सेवानिवृत्त शासकीय शिक्षक हैं. भिण्ड पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मदद की गुहार लगाने आई थीं. जब उनसे बात की गई तो नम आंखें लिए बुजुर्ग बुद्धन शर्मा ने बताया कि उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा संजीव छोटा और बेटा रंजीत नाम है. पति का क़रीब 10 वर्ष पहले देहांत हो गया. बड़े बेटे संजीव की शादी नहीं हुई और उनके साथ ही रहता है. उनकी देखभाल करता है. लेकिन छोटा बेटा उनसे दुर्व्यवहार कर उन्हीं के घर से निकालने का भी प्रयास कर रहा है.
बुजुर्ग मां ने बताया कि कुछ महीने पहले उनका छोटा बेटा रंजीत अपनी पत्नी और बच्चों के साथ उनके पास आया था और कहा कि घर में साली की शादी है और मकान मालिक घर ख़ाली करवा रहा है. यदि सामान छोड़ा तो वह बाहर कर देगा. इसलिए सामान के साथ दो महीने के लिए रहने की जगह दे दें. लेकिन शिफ़्ट होने के बाद चार महीने गुजर चुके हैं. वह अब भी घर से नहीं जा रहा है. पूरे घर पर क़ब्जा कर बुजुर्ग मां को एक कमरे में रहने को मजबूर कर दिया है.
बुद्धन शर्मा ने बताया कि बेटा और बहु मिलकर परेशान करते हैं. जरा जरा सी बात पर गाली गलौच और मारपीट करते हैं. बड़ा बेटा अगर कुछ कहता है तो उससे भी मारपीट करते हैं. झूठे केस में फंसाने की भी धमकी देते हैं. पीड़ित बुजुर्ग ने इस संबंध में गोहद पुलिस के पास भी शिकायत की थी. लेकिन बुद्धन शर्मा के बेटे रंजीत ने वहां भी मिली भगत कर शिकायत नहीं लिखने दी और लौटकर बड़े बेटे संजीव को अपमानित कराया. इसीलिए तंग आकर अब बूढ़ी माँ भिण्ड पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात कर मदद मांगी.
एएसएपी कमलेश कुमार ने बताया कि इस तरह की परिस्थियां दयनीय होती हैं. इस मामले में उन्होंने महिला थाने में जांच प्रतिवेदन भेजकर सेवानिवृत्त शिक्षिका और बेटे रंजीत को बुलाकर फ़ैमिली काउन्सलिंग कराने की बात कही है. बुजुर्गों के साथ होने वाला दुर्व्यवहार सामाजिक विफलता है. ऐसे में समय समय पर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. जिससे लोगों को अपने बुजुर्ग परिजन की जिम्मेदारी सम्भालने के लिए प्रेरित किया जाता है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक