अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं (MP Board Exam) जारी है। वहीं परीक्षा के बाद अब मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। पेपर लीक की खबर वायरल होने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल के लिए ‘मूल्यांकन’ एक बड़ा चैलेंज है। बताया जा रहा है कि इस बार कड़ी मॉनिटरिंग के बीच मूल्यांकन किया जाएगा। जिला स्थित केन्द्रों पर मूल्यांकन होगा। केंद्र में एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षकों को बाहर जाने की अनुमति नहीं रहेगी। कॉपियों की चेकिंग आदर्श उत्तर के अनुसार होगी। मूल्यांकन गलत करने वाले शिक्षकों पर प्रति अंक सौ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। शिक्षक कॉपी जांचने के दौरान मोबाइल का उपयोग नही कर सकेंगे।

माध्यमिक शिक्षा मण्डल के कमांड कंट्रोल रूम से इसकी मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए 360 डिग्री रोटेट होने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। ये कैमरे स्ट्रांग रूम, गलियारे और क्लास रुम में लगाए गए है। शिक्षक नियमों के अनुसार मूल्यांकन कर रहे हैं या नहीं इसकी भी निगरानी होगी।

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CBSE के आदेश के बाद स्कूल प्रबंधन में खलबली

इधर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के आदेश के बाद स्कूल प्रबंधन में खलबली मच गई है। दरअसल, सभी अकैडमिक सेशन 15 मार्च से शुरु किए जा चुके थे, अब सीबीएसई के नए फरमान के बाद दोबारा से एक हफ्ते स्कूल संचालित करने के बाद बंद किये जा रहे हैं।

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भोपाल के कई स्कूलों ने एक अप्रैल तक छुट्टी घोषित की है। CBSE ने स्कूलों के लिए नोटिस जारी किया था, जिसमें 1 अप्रैल से पहले सेशन न शुरू करने का आदेश दिया गया था। सीबीएसई ने जानकारी दी कि कई स्कूलों ने पहले ही अपना एकेडमिक सेशन शुरू कर दिया है, ऐसा करने से छात्रों के बीच चिंता और तनाव पैदा होता है। कम समय सीमा में पूरे साल का सिलेबस पूरा करने का प्रयास करने से छात्रों के लिए जोखिम उत्पन्न होता है, जो चिंता और थकान का सामना कर सकते हैं।

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