शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में डॉ सरस्वती सुसाइड और जूनियर डॉक्टरों की स्ट्राइक के बाद प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. स्त्री रोग एवं प्रसूति रोग विभाग की पूर्व एचओडी डॉ अरुणा कुमार को गांधी मेडिकल कॉलेज से हटा दिया गया है. डॉक्टर अरुण कुमार को चिकित्सा शिक्षा संचनालय भेज दिया गया है. उन्हें गांधी मेडिकल कॉलेज से कार्य मुक्त कर दिया गया है.

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दरअसल डॉक्टर सरस्वती सुसाइड मामले को लेकर पूर्व एचओडी डॉ अरुणा कुमार पर गंभीर आरोप लगे थे. सरस्वती के परिजन, जूनियर डॉक्टर्स और विभाग के फैकल्टी मेंबर्स ने भी आरोप लगाए थे. कुछ देर पहले ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से जूनियर डॉक्टर मिले थे. मुलाकात के बाद आदेश जारी हुआ है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री से आश्वासन मिलने के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल वापस ली थी.

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बता दें कि जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती ने रविवार रात एनेस्थीसिया इंजेक्शन का ओवरडोज लेकर सुसाइड कर ली थी. वहीं सरस्वती ने अपने मोबाइल के नोट पैड पर सुसाइड नोट लिखा था. जिसमें उन्होंने डिपार्टमेंट की ही कुछ डॉक्टर्स पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे. इसके साथ ही सुसाइड नोट में सरस्वती ने अपने मम्मी-पापा से माफी मांगने के साथ पति को दोबारा शादी करने और खुश रहने की अपील की थी.

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