अमृतांशी जोशी,भोपाल। फिल्मी गीतकार मनोज मुंतशिर को इतिहासकारों की संस्था ”भोपाल हिस्ट्री फोरम” ने कानूनी नोटिस भेजा है. भोपाल गौरव दिवस पर दिए गए सेट में बयानों को लेकर नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस में गीतकार से सवाल किया गया है कि वो उन आरोपों को साबित करें. भोपाल रियासत के आखिरी नवाब हमीदुल्ला खां को आतंकी और भोपाल रियासत के संस्थापक दोस्त मोहम्मद खां को लुटेरा कहा था. इस पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि मनोज मुंतशिर कोई पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर बन जाए या उसकी चीफ़ बन जाए.
जारी नोटिस में लिखा गया कि अपने कथन को ऐतिहासिक रूप से प्रमाणित करें. अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें एक महीने में भोपाल आकर सार्वजनिक रूप से घोषणा करनी होगी कि उन्होंने भोपाल दिवस समारोह के दौरान जो भी कहा वो असत्य और भ्रामक था.
भोपाल हिस्ट्री फ़ोरम ने दिया जवाब
मनोज मुंतशिर के इन आरोपों पर भोपाल हिस्ट्री फोरम ने लिखा है कि हकीकत ये है कि 15 अगस्त 1947 को भोपाल में तिरंगे के साथ प्रभात फैरी निकाली गई थी. ये भी प्रमाणित तथ्य है कि 15 अगस्त 1947 के पूर्व ही नवाब भोपाल ने 562 रियासतों के साथ विलय और ठहराव समझौते के दस्तावेज पर भी हस्ताक्षर किए थे. इसके बाद ही भोपाल भारतीय संघ का हिस्सा बन गया था.
मनोज मुंतशिर को नोटिस पर कांग्रेस का तंज
मनोज मुंतशिर को जारी नोटिस को लेकर कांग्रेस का तंज कसा है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि मनोज मुंतशिर कोई पुरातत्व विभाग डायरेक्टर बन जाए या उसकी चीफ़ बन जाए. जिस तरह मैं बोलता हूँ वह मोदी जी मोहनजोदड़ो और हड़प्पा ये बन गए हैं. ये मस्जिद के नीचे से मंदिर निकाल लेते है. एक नया भाई आ गया है मनोज भाई. मोदी ने उनको पुरातत्व विभाग का चीफ बना दिया है. समाज को ठेस पहुँचे इस तरह की बातें कभी कहना नहीं चाहिए. इतिहास लिखा गया है BJP इतिहास मिटाने की कोशिश कर रही है. इतिहास को कालिख पोतने की कोशिश कर रहे हैं. भोपाल ऐसी जगह है, जो गंगा जमुनी तहज़ीब के लिए माना जाता है. यह धर्म और जाति के नाम पर ज़हर घोल रहे हैं.
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मनोज मुंतशिर ने क्या बयान दिया था ?
1 जून भोपाल गौरव दिवस के दिन गीतकार और लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने भोपाल का नाम भोजपाल किए जाने की मांग उठाई थी. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि ये दोस्त मोहम्मद जैसे लुटेरे और नवाब हमीदुल्लाह जैसे आतंकी का नगर नहीं, बल्कि ये राजा भोज का नगर है.