अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. राजधानी भोपाल से लगे ग्रामीण क्षेत्र भी जलमग्न हो गए हैं. जमुनियाकला गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं. घर, स्कूल, दुकानें और सबकुछ जलमग्न है. भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक बारिश के कारण जमुनियाकला गांव में 48 घंटे से अधिक समय से पूरी कनेक्टिविटी टूट गई है. 24 घंटे से पूरे गांव में बिजली नहीं है. गांव के सभी ट्रांसफार्मर पानी में डूबे हुए हैं. पानी से बचने के लिए लोग घर की छतों पर बैठे हुए हैं. अजनाल नदी में बढ़े जलस्तर के कारण पूरा गांव जलमग्न हुआ है.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम कई जिलों में तैनात है. विदिशा में अभी NDRF की 2 टीम और SDERF की 2 टीम मौजूद है. नर्मदापुरम में NDRF की 1 टीम और SDERF की 3 टीम मौजूद है. रायसेन, सीहोर और हरदा में SDERF की 1 टीम मौजूद है और 2 टीम रिजर्व में है. भोपाल और जबलपुर में NDRF की 1 टीम रिजर्व में है. आज देर शाम तक NDRF और SDERF की अतिरिक्त टीमें उपरोक्त जिला में तैनात कर दी जाएंगी.
बता दें कि बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच हुई. पचमढ़ी और भोपाल में साढ़े 5 इंच, नर्मदापुरम, सागर में साढ़े 3-3 इंच, ग्वालियर, मंडला, नरसिंहपुर में 3-3 इंच, गुना, जबलपुर, बैतूल, दमोह, रतलाम, शिवपुरी में 2-2 इंच, उज्जैन में डेढ़ इंच पानी गिरा है. सिवनी, खंडवा, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, नौगांव, धार में 1-1 इंच बारिश हुई. इंदौर, खरगोन और दतिया में आधा-आधा इंच बरसात हुई. सतना, रीवा, खजुराहो और सीधी में भी बारिश हुई.
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