अजय शर्मा/अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल जेएमबी आतंकी मामले (Bhopal JMB terror case) में NIA ने दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल (charge sheet) कर दी है. इस चार्जशीट में आरोपी हमीदुल्ला, शहादत हुसैन, तलहा फ़ारूक़ पर भारत के खिलाफ साजिश रचने की प्लानिंग का आरोप है. भारत के खिलाफ हिंसा फैलाने का षड्यंत्र रच रहे थे. एमपी के इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठे हैं. इस मामले अब तक 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें से 6 भोपाल के एशबाग से गिरफ्तार किए गए थे.
चार्जशीट (charge sheet) में NIA ने बताया कि हिंसक आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से अवैध रूप से भारत में आरोपी दाखिल हुए थे. भारतीय मुसलमानों को हिंसक जिहाद की तैयारी के लिए प्रभावित करने, कट्टरपंथी बनाने, प्रेरित करने के लिए अपने अन्य सहयोगियों के साथ एक आपराधिक साजिश रचने का आरोप है.
भारत में इस्लामिक (शरिया) कानून स्थापित करने के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को भारत में हिंसक जिहाद शुरू करने के लिए उकसा रहे थे. NIA ने JMB के 10 सक्रीय कैडरों की गिरफ्तारी की थी. जिसमें बांग्लादेश के 6 अवैध अप्रवासी शामिल है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
एमपी इंटेलिजेंस पर भी उठे सवाल
आतंकी मामले की एनआईए सप्लीमेंट्री चार्ज शीट में एमपी के इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठे हैं. अवैध रूप से किरायेदार बनकर आतंकी डटे हुए थे. एनआईए चार्जशीट में जिक्र है कि आतंकी थाने से कुछ ही दूरी पर रह रहे थे. पुलिस को आतंकी गतिविधियों की भनक तक नहीं लगी. असला बारूद से लेकर हर तरीके का सामान जुटाने आतंकी लगे थे. पुलिस को कानों कान खबर नहीं थी.
आतंकी सीरियल ब्लास्ट की प्लानिंग कर रहे थे- वकील
एनआईए के वकील अजय गुप्ता ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों और सीमा पार आतंकवाद के कई सबूत इन आतंकियों के खिलाफ मिले हैं. एनआईए ने इस पूरे मामले में बहुत गहनता से जांच की. देश में ही आतंकी सीरियल ब्लास्ट की प्लानिंग कर रहे थे. मध्य प्रदेश इंटेलिजेंस के फेल होने पर एनआईए के वकील अजय गुप्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में और चारों आतंकियों को सजा दिलाने में एनआईए ने पर्याप्त काम किया.
एमपी शांति का टापू, इसलिए बना आतंकियों का सॉफ्ट कॉर्नर– पूर्व डीजीपी
NIA चार्ज शीट और बढ़ते आतंकी नेटवर्क को लेकर पूर्व DGP एससी त्रिपाठी ने कहा कि एमपी शांति का टापू है, इसलिए आतंकियों के लिए सॉफ्ट कॉर्नर बना है. आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए हमेशा शांतिप्रिय जगह को ढूंढा जाता है. आतंकवादी गुटों को ऐसी जगह पर रहकर काम करना आसान लगता है. MP में शांतिप्रिय माहौल है और यहाँ के लोग आतंकित भी नहीं है. इसलिए लगातार पिछले कुछ समय में इस तरह की गतिविधियां बढ़ी है. आतंकवादी नेटवर्क का हमेशा निशाना सही अच्छा प्रगति करने वाला देश और प्रदेश होता है. देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त ऐसे लोग बस चाहते कि देश किसी तरह पिछड़ जाए. ऐसे संगठन ऐसे लोगों को ढूंढते हैं, जिनका ब्रेनवाश आसानी से किया जा सकता है.
मार्च में हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि 12-13 मार्च 2022 की रात भोपाल के ऐशबाग इलाके से एमपी एटीएस ने जमात-ए-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) के आतंकी फजहर अली, मोहम्मद अकील, जहूरउद्दीन और फजहर जैनुल को गिरफ्तार किया था. इनमें से तीन आतंकी बांग्लादेश और एक बिहार का रहने वाला है. इनकी निशानदेही पर भोपाल के करोंद इलाके के जनता नगर में रहने वाले शाहवान को भी गिरफ्तार किया था. इस तरह कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी.
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