शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षा विभाग की अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक खत्म हो गई है। शिक्षा मंत्री से बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी है। नियमितीकरण को छोड़कर बाकी मांगों पर लगभग सहमति बनी है। बैठक में क्या फैसला हुआ इसको लेकर अतिथि शिक्षक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देगा।

बुधवार सुबह शिक्षा मंत्री और अधिकारियों के साथ अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक हुई। जिसमें बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की गई। इस बैठक में नियमितीकरण की मांग को छोड़कर बाकी मांगों पर लगभग सहमति बनी है।

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इन मुद्दों पर बनी सहमति

  • अतिथि शिक्षकों का 10 माह का सेवाकाल/अनुबंध
  • बीच सत्र में नहीं होगे बाहर रिक्त पद नहीं माना जायेगा
  • स्कोर कार्ड में अनुभव के प्रति वर्ष 10 अंक और अधिकतम 15 वर्षो के 150 अंक एक समान sss 1, sss 2, saal जोड़े जाये पूर्व स्कोर कार्ड की तरह
  • रिटायर्ड शिक्षकों की भांति स्कोर कार्ड में अनुभव अंक जोड़ा जाये
  • उच्चपद प्रभार/स्थानांतरण/सीधी भर्ती हेतु /अतिशेष शिक्षको के कारण बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को चॉइस फीलिंग में प्राथमिकता दी जाएं
  • संस्कृत SSS -1 स्कोर कार्ड वाले अतिथि शिक्षकों को संस्कृत SSS-2 में नियुक्ति का ऑप्शन स्कोर कार्ड में अंकित हो
  • सत्र 2023-24 में 30% से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को सत्र 2024-25 में नियुक्ति हेतु एक मौका दिया जाए
  • जनजातीय का भी ऑनलाइन पोर्टल बनाया जायेगा।

कल राजधानी में किया था बड़ा प्रदर्शन

गौरतलब है कि कल मंगलवार को मध्यप्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर भोपाल पहुंचे। बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक नियमित मांग करते हुए भोपाल के अंबेडकर पार्क में जुटे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला अतिथि शिक्षक भी पहुंची। अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री निवास तक तिरंगा यात्रा निकाली।

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अतिथि शिक्षकों का कहना है कि पिछली सरकार ने हमें नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई आदेश नहीं निकला। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के साथ-साथ प्रमोशन देने का भी वायदा किया था। एक साल बीत चुके हैं लेकिन अब तक सरकार की तरफ से अतिथि शिक्षकों पर कोई ध्यान नहीं दिया।

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