शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुछ ही समय बचा है। ऐसे में सभी पार्टियां जीत की रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं। एमपी में कांग्रेस-बीजेपी की नजर अनुसूचित जाति (scheduled caste) वर्ग के वोट बैंक (vote bank) पर है। दोनों ही पार्टियां भीमराव अंबेडकर की जयंती पर दलति वोटरों को साधने की कोशिश करेगी। दरअसल, एक ओर कांग्रेस भीमराव अंबेडकर (Bhimrao Ramji Ambedkar) की जयंती पर संविधान दिवस (Constitution Day) मनाएगी, तो वहीं बीजेपी भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगी।

सभी मुख्यालयों में मनाया जाएगा संविधान दिवस

पीसीसी ने सभी जिलाध्यक्षों को भीम राव अंबेडकर की जयंती पर संविधान दिवस मनाने का निर्देश जारी कर दिया है। 14 अप्रैल को सभी जिला मुख्यालय में संविधान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ (PCC Chief Kamal Nath) 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू (Mhow) जाएंगे। इसके अलावा कमलनाथ सीहोर के आष्टा (Ashta, Sehore) भी जाएंगे। जहां वे संविधान दिवस पर सभा को संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि आष्टा विधानसभा एससी वर्ग के लिए आरक्षित है।

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भाजपा भी करेगी कार्यक्रम

भारतीय जनता पार्टी भी डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर बड़ा कार्यक्रम करेगी। SC मोर्चे को निर्देश दिए गये है कि मंडल स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करें। साथ ही सागर (Sagar) में बन रहे संत रविदास जी के मंदिर की जानकारी समाज तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सरकार SC समाज को लेकर बड़ा कार्यक्रम करने की तैयारी में है। 16 अप्रैल को ग्वालियर (Gwalior) जिले में बड़ा कार्यक्रम होगा। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) बड़ा ऐलान कर सकते हैं।

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बता दें कि मध्यप्रदेश में 80 लाख दलित वोटर्स हैं। प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 148 सामान्य वर्ग के लिए, 35 अनुसूचित जाति और 47 अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए सुरक्षित हैं। पिछली चुनाव में बीजेपी 18 सीटें तो वहीं कांग्रेस के पास 17 सीटें गई थी। 2013 में 35 में से 28 सीटें बीजेपी जीती थी। एससी वोटर्स का करीब 50 सीटों पर असर रहता है। यही कारण है कि दोनों राजनीतिक दल इस वर्ग को लुभाने और मतदाताओं के बीच अपनी ताकत को बढ़ाने की कोशिश में जुट गए हैं।

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